क्या आप जानना चाहते हैं कब शुरू हो रहा सावन? यहां है पूरा कैलेंडर

Sawan Somwar: सावन 2025 में कितने सोमवार होंगे? व्रत की तारीखें क्या हैं और पहला सोमवार कब पड़ेगा? अगर आप भी भगवान शिव की कृपा पाना चाहते हैं, तो ये जानकारी आपके लिए ज़रूरी है। जानिए पूरा व्रत कैलेंडर।

सावन का नाम सुनते ही मन में हरियाली, बारिश और भगवान शिव की भक्ति की छवि उभर आती है। ये महीना शिवभक्तों के लिए सबसे पावन समय माना जाता है। खासकर सोमवार को रखे जाने वाले व्रत का धार्मिक महत्व इतना ज़्यादा है कि भक्त पूरे महीने भोलेनाथ की आराधना में लीन रहते हैं।

साल 2025 में भी सावन (Sawan Somwar) की शुरुआत का सभी को बेसब्री से इंतजार है। सवाल ये है कि इस बार कितने सोमवार आएंगे और पहला व्रत किस तारीख को रखा जाएगा? अगर आप भी शिवभक्ति में डूबना चाहते हैं, तो यह जानकारी आपके लिए बेहद जरूरी है। आगे पढ़ें पूरा व्रत कैलेंडर और पूजा से जुड़ी खास बातें।

इस बार सावन 2025 में होंगे कुल 4 सोमवार

सावन का महीना इस बार 10 जुलाई 2025 से शुरू हो रहा है और 7 अगस्त 2025 तक चलेगा। यानी करीब 29 दिनों तक भोलेनाथ की भक्ति में डूबने का अवसर मिलेगा। साल 2025 में सावन में कुल 4 सोमवार व्रत रखे जाएंगे। ये चारों दिन शिव उपासना और व्रत के लिए बेहद पवित्र माने जाते हैं। यहां देखिए पूरा कैलेंडर

सावन सोमवार व्रत की तारीखें 2025 में

  • पहला सोमवार – 14 जुलाई 2025
  • दूसरा सोमवार – 21 जुलाई 2025
  • तीसरा सोमवार – 28 जुलाई 2025
  • चौथा सोमवार – 4 अगस्त 2025

सावन सोमवार व्रत का महत्व और पूजा विधि

सावन का महीना शिवभक्तों के लिए सिर्फ एक धार्मिक अवसर नहीं, बल्कि आस्था और भक्ति का पर्व होता है। कहा जाता है कि जो श्रद्धा और नियमपूर्वक सोमवार का व्रत करता है, उसे शिवजी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।

व्रत रखने वाले लोग इस दिन सुबह स्नान कर व्रत का संकल्प लेते हैं और मंदिर जाकर शिवलिंग का जल, दूध और बेलपत्र से अभिषेक करते हैं। दिनभर व्रत रखते हैं और शाम को भगवान शिव की आरती के बाद फलाहार या व्रत का भोजन करते हैं।

विवाह योग्य कन्याएं इस व्रत को विशेष रूप से करती हैं ताकि उन्हें योग्य जीवनसाथी मिले। साथ ही घर में सुख-शांति बनी रहे।

शिवभक्ति और सोशल मीडिया का असर

आज के समय में सावन और सोमवार व्रत की लोकप्रियता सिर्फ मंदिरों तक सीमित नहीं है। सोशल मीडिया पर भी शिवभक्ति का जोर देखने को मिलता है। लोग इंस्टाग्राम, फेसबुक और यूट्यूब पर व्रत की विधि, भजन और शिव आराधना से जुड़े वीडियो शेयर करते हैं।

युवाओं में भी भगवान शिव के प्रति आस्था बढ़ी है। कई शहरों में भोले बाबा की झांकी, कांवड़ यात्रा और सामूहिक पूजा जैसे आयोजन होते हैं, जिनमें बड़ी संख्या में लोग शामिल होते हैं।

 


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Bhawna Choubey

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इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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