Harsiddhi Shaktipeeth: हिंदू पंचांग के अनुसार, माघ महिने के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से गुप्त नवरात्रि का आरंभ हो रहा है। इस बार यह नवरात्रि 10 फरवरी से 18 फरवरी तक चलेगी, जिसमें साधकों को धनिष्ठा नक्षत्र में साधना करने का विशेष मौका मिलेगा। इस गुप्त नवरात्रि में साधक नौ दिनों तक तंत्र, मंत्र, यंत्र की साधना करेंगे और हरसिद्धि पीठ पर भी अनुष्ठान करेंगे।
नौ दिन, नौ देवियाँ: गुप्त नवरात्रि का अद्वितीय अनुष्ठान
आपको बता दें कि इस बार गुप्त नवरात्रि का आरंभ धनिष्ठा नक्षत्र में हो रहा है, जो धन का प्रतीक है। इस मान्यता के अनुसार, नौ दिनों की इस साधना से साधकों को माँ लक्ष्मी, महाकाली, और महासरस्वती का एक संयुक्त रूप मिलता है, जिससे उन्हें अद्भुत लाभ होता है। इसमें यंत्र, तंत्र, मंत्र से जुड़ी साधनाएं भी होती हैं, जो इस नवरात्रि को और भी अध्यात्मिक बनाती हैं।
गुप्त साधना का महत्वपूर्ण स्थान है हरसिद्धि पीठ
विशेषज्ञ ज्योतिषाचार्य पं.अमर डब्बावाला ने बताया कि – “इस बार की गुप्त नवरात्रि का विशेष महत्व है। इसमें नौ दिनों की साधना से साधकों को माँ हरसिद्धि, माता चौसठ योगिनी, भूखी माता, नगरकोट माता, चामुंडा माता, और बगलामुखी धाम में भी गुप्त नवरात्रि के नौ दिनों पूजन व अनुष्ठान का अद्वितीय लाभ होगा।” इसके अलावा पंडित अमर डब्बावाला का कहना है कि, इस समय भक्त अपनी कामनाएं माँ से मांगते हैं और इस अनुष्ठान के महत्वपूर्ण फल की प्राप्ति के लिए इस मास में आते हैं।