Vishnu Puran : हिंदू धर्म में 18 प्रमुख पुराण है। जिनमें से विष्णु पुराण भी एक है। इसमें उनके सभी अवतार और उनकी महिमा की गाथा लिखी हुई है। बता दें कि इस पुराण में सृष्टि की उत्पत्ति, भगवान विष्णु के अवतार, समाज, मोक्ष के मार्ग आदि के बारे में जानकारी दी गई है, जो कि 6 खंडों में विभाजित है। इस पुराण में कुल 23,000 श्लोक हैं, जिसे संस्कृत भाषा में लिखा गया है। इसके माध्यम से लोग बहुत सारी चीजों को जानने और समझने का मौका पाते हैं।
इन्हीं कड़ी में विष्णु पुराण में कई ऐसी भी बातें बताई गई है, जिनका पालन जातकों को अवश्य करना चाहिए। अन्यथा, उन्हें आगे चलकर इसका बुरा परिणाम भुगतना पड़ सकता है।
महत्व (Vishnu Puran)
विष्णु पुराण में कुछ चीज ऐसी है, जिसको बेचना पाप बताया गया है। गलती से यदि आप बिना जानकारी के उन चीजों को बेच देते हैं, तो आप ना चाहते हुए भी पाप की भागीदार बन जाएंगे। इसका आपको आगे चलकर खामियाजा भी भुगतना पड़ेगा। अक्सर लोग घर में रखी हुई पुरानी वस्तुओं को जाने-अनजाने में कचड़ा समझकर फेंक देते हैं या फिर जो चीज इस्तेमाल के लायक है, उसे किसी और को बेच देते हैं, लेकिन विष्णु पुराण में इन 4 चीजों का जिक्र किया गया है, जिसे बेचने से आदमी महा पाप का भागीदार बन जाता है।
इन चीजों को बेचना वर्जित
- हिंदू धर्म में गौ यानी गाय को माता के समान पूजा जाता है। गोकुल में इनकी पूजा की जाती है। विष्णु पुराण में दी गई जानकारी के मुताबिक, गाय के दूध को कभी भी बचना नहीं चाहिए। इसका बिजनेस नहीं करना चाहिए। क्योंकि भगवान विष्णु के कृष्ण अवतार में गायों के साथ ही उनका बचपना गुजरा था, इसलिए उन्हें गौ बहुत अधिक प्रिय है।
- इसके अलावा, गाय के घी को बेचना और खरीदना विष्णु पुराण में वर्जित माना गया है। यह पाप की श्रेणी में आता है। ऐसा करने से इंसान धीरे-धीरे अपने मार्ग को खुद ही कठिन बनाता चला जाता है। जिसका उसके अंदाजा भी नहीं लग पाता है। बता दें कि गाय का दूध बेहद पवित्र माना जाता है। इसे पूजा में भी इस्तेमाल करते हैं। लोग भगवान शिव का रुद्राभिषेक गाय के दूध से ही करते हैं। ऐसे में दूध और घी बेचने वालों से भगवान विष्णु बेहद नाराज हो जाते हैं, जिस कारण उन लोगों के जीवन में संकट का समय शुरू हो जाता है।
- विष्णु पुराण में महिलाओं के गहने बेचना भी पाप की श्रेणी में आता है, क्योंकि कई बार लोग इसे अपने जरूरत और गलत कामों के लिए बेच देते हैं, जो कि पाप की श्रेणी में आता है। यदि यह काम शराब पीने के लिए किया जा रहा हो, तो यह बहुत ही ज्यादा कष्टदाई हो सकता है।
- वहीं, विष्णु पुराण में पूजा के लिए लाल वस्त्र बेचना पाप की श्रेणी में रखा गया है। हालांकि, अक्सर आपने देखा होगा कि लोग पूजा के लिए लाल वस्त्र का ही इस्तेमाल करते हैं, लेकिन ऐसा करके वह पाप के भागीदार बन जाते हैं।
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