Sat, Dec 27, 2025

29 मार्च को मनाई जाएगी शनि अमावस्या, बन रहे कई शुभ संयोग

Written by:Sanjucta Pandit
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शनि अमावस्या को भी पूजा पाठ करना बेहद शुभ माना गया है। इस अवसर पर गंगा स्नान किया जाता है। इस दिन दान करने का विशेष महत्व होता है, खासकर काले तिल, सरसों का तेल, लोहे की चीजें, जूतें, आदि का दान करने से शनि की कृपा प्राप्त होती है।
29 मार्च को मनाई जाएगी शनि अमावस्या, बन रहे कई शुभ संयोग

सनातन धर्म में शनि देव की पूजा का विशेष महत्व है। उनका नाम सुनते ही लोग थर-थर कांपने लगते हैं। न्याय के देवता माने जाने वाले शनि देव की पूजा शनिवार को की जाती है। इस दिन लोग महादेव और राम भक्त हनुमान की भी पूजा करते हैं। वहीं, शनि अमावस्या को भी पूजा पाठ करना बेहद शुभ माना गया है। इस अवसर पर गंगा स्नान किया जाता है। साथ ही पितरों का तर्पण और पिंडदान भी किया जाता है।

वैदिक पंचांग के अनुसार, चैत्र अमावस्या तिथि 28 मार्च को रात 7:55 पर शुरू होगी, जिसका समापन अगले दिन यानी 29 मार्च को शाम 4:27 पर होगा। उदयातिथि के अनुसार, 29 मार्च को चैत्र अमावस्या मनाई जाएगी। शनिवार को पड़ने के कारण यह शनि अमावस्या कहलाएगी। इसे शनिचरी अमावस्या भी कहते हैं।

बन रहे कई योग

ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, शनि अमावस्या के दिन कई सारे शुभ योग बन रहे हैं। जिनमें ब्रह्मा और इंद्र योग का शुभ संयोग सहित दुर्लभ शिवास योग शामिल है। इस दिन पूजा अर्चना करने से जातक के जीवन की सभी समस्याएं दूर होगी। उनकी हर मनोकामनाएं भी पूर्ण होगी। जाने अनजाने में किए गए पाप सारे धूल जाएंगे।

करें दान

शनि अमावस्या का महत्व खासकर उन व्यक्तियों के लिए है, जिनकी कुंडली में शनि ग्रह से जुड़ी समस्याएं होती हैं। इस दिन लोग शनि से संबंधित उपाय करने के लिए व्रत रखते हैं। पूजा-अर्चना करते हैं। साथ ही दान भी करते हैं। इस दिन दान करने का विशेष महत्व होता है, खासकर काले तिल, सरसों का तेल, लोहे की चीजें, जूतें, आदि का दान करने से शनि की कृपा प्राप्त होती है।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)