Shani Dev : आज देशभर में हरियाली तीज बड़े ही धूमधाम से मनाई जा रही है। हिन्दू धर्म के अनुसार, महिलाएं इस दिन निर्जला व्रत रखकर अपने पति की लंबी आयु की कामना करती है। बता दें कि यह पर्व शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को सावन मास में मनाया जाता है, जिसमें प्राकृतिक सुंदरता और हरियाली का आभूषण होता है। महिलाएं झुला झुलती हैं। इस साल हरियाली तीज शनिवार को पड़ रही है, जिससे इस पर्व का महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है क्योंकि शनिवार को भगवान शनि की विशेष पूजा की जाती है। इस दिन आप भगवान शिव-माता पार्वती के साथ भगवान शनि देव की भी कृपा प्राप्त कर सकती हैं।
दरअसल, शनिवार को हरियाली तीज पड़ने के कारण इस दिन कुछ शुभ संयोग बन रहें हैं, जिसमें कुछ उपाय करने से शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से परेशान राशि के जातकों को राहत मिलेगी।
इन राशियों पर चल रही साढ़ेसाती और ढैय्या
शनि की वक्री अवस्था के कारण विभिन्न राशियों पर शनि देव की साढ़ेसाती और ढैय्या चल रही है। जिससे उनके व्यक्तिगत जीवन, व्यवसायिक स्थिति में प्रभाव पड़ रहा है। इसके लिए आज यानि हरियाली तीज अच्छा अवसर है। इस दौरान ये राशि के जातक इस समस्या से राहत पा सकते हैं।
- बता दें कि कर्क और वृश्चिक राशि वालों पर शनि की ढैय्या चल रही है। इसके लिए आज के दिन वो शनि देव के उपायों करें। जिससे अशुभ प्रभाव को कम किया जा सकता है। इसके लिए उन्हें पूजा, ध्यान और शनि के मंत्र के जाप करना चाहिए।
- वहीं, मकर, कुंभ और मीन राशि के जातक शनि की साढ़ेसाती से पीड़ित हैं। इसलिए आज वो शनि देव के उपाय करें ताकि उनकी राशि से अशुभ प्रभाव कम हो सके। इसके लिए उन्हें शनि की पूजा, मंत्र जाप और ध्यान करना चाहिए।
अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए करें ये उपाय
शनि चालीसा का पाठ: हरियाली तीज के अवसर पर यानि शनिवार को शनि चालीसा का पाठ करें। जिससे शनि के अशुभ प्रभाव में बदलाव हो सकता है।
नीले रंग के वस्त्र और फूल: शनि देव को नीला रंग पसंद है, इसलिए आप नीले रंग के वस्त्र पहन सकते हैं और पूजा के समय नीले रंग के फूल अर्पित कर सकते हैं।
पीपल वृक्ष की पूजा: शनिवार को पीपल वृक्ष की पूजा करने से भी शनि के दोष कम होते हैं।
सरसों का तेल: हरियाली तीज के पर्व पर या फिर आप हर शनिवार को सरसों के तेल की पूजा कर सकते हैं। इससे शनि के अशुभ प्रभाव से बचा जा सकता है।
काले रंग के वस्त्र और जूते का दान: आज के दिन आप काले रंग के वस्त्र, जूते और काले रंग का तिल दान करें। जिससे शनि के प्रभाव कम हो सकते हैं।
शनि मंत्र जाप: शनि के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए पूजा के दौरान शनि मंत्र “ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः” का जाप करें।
नीलम धारण: हरियाली तीज का पर्व बेहद शुभ माना जा रहा है। इसलिए आज आप अपनी राशि के अनुसार शनि उपरत्न नीलम पहन सकते हैं।
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