Thu, Dec 25, 2025

इतने सालों तक चलती है शनि देव की महादशा, जातकों के जीवन में आते है कई बड़े बदलाव, जानें यहां

Written by:Sanjucta Pandit
Published:
शनि देव 29 मार्च को रात 11:01 पर कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में प्रवेश कर जाएंगे। इस दौरान कर्क और वृश्चिक राशि के जातकों को शनि की ढैया से मुक्ति मिलेगी।
इतने सालों तक चलती है शनि देव की महादशा, जातकों के जीवन में आते है कई बड़े बदलाव, जानें यहां

हिंदू धर्म में शनि देव को न्याय का देवता माना गया है, जो लोगों को उनके कार्य के अनुसार परिणाम देते हैं। इसलिए वह कर्म कारक देवता भी कहे जाते हैं। उनकी बुरी दृष्टि से जातक के जीवन में उथल-पुथल मचा सकता है, तो वहीं उनके अच्छे दृष्टि से जीवन में सकारात्मकता आती है। लोग उनका नाम सुनते ही थर-थर कांपने लगते हैं और उनके प्रकोप से बचने के लिए तरह-तरह के उपाय भी अपनाते हैं। शनिवार का दिन शनि देव को समर्पित किया गया है। इस दिन पूजा करने से जीवन में सारे कष्टों से छुटकारा मिलता है।

शनि देव किसी भी राशि में ढाई साल तक विराजमान रहते हैं। इस दौरान वह अपनी अवस्था को बदलते रहते हैं, जिससे सभी 12 राशियों पर इसका बड़ा और अच्छा प्रभाव देखने को मिलता है।

29 मार्च को करेंगे राशि परिवर्तन

ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, शनि देव 29 मार्च को रात 11:01 पर कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में प्रवेश कर जाएंगे। इस दौरान कर्क और वृश्चिक राशि के जातकों को शनि की ढैया से मुक्ति मिलेगी, तो वहीं सिंह और धनु राशि के जातकों पर शनि की ढैया प्रारंभ होगा। साथ ही इस राशि परिवर्तन का असर सभी 12 राशि के जातकों पर देखने को मिलेगा।

इतने दिन चलती है महादशा

ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, शनि की ढैया ढाई साल तक रहती है। वहीं, शनि की साढ़ेसाती 7 साल तक रहती है। इस दौरान सभी ग्रहों की अंतर्दशा और प्रत्यंतर दशा चलती है। शनि की महादशा कुल 19 वर्षों तक चलती है, जो किसी व्यक्ति के जीवन में बड़े बदलाव लाने का कारण भी बनती है। ऐसे में यदि शनि शुभ स्थिति में है, तो व्यक्ति को सफलता मिलता है, जबकि अशुभ स्थिति में हो, तो संघर्ष, देरी और बाधाएं आती है। शनि देव की महादशा में कई प्रकार के रोग घेर लेते हैं। करियर में बाधाएं आने लगती है।

करें ये उपाय

  • शनि देव को प्रसन्न करने के लिए भगवान श्री कृष्ण की पूजा अर्चना करें। इसके अलावा, भगवान शिव की भी पूजा करना शुभ माना जाता है।
  • शनि देव को प्रसन्न करने के लिए हर सोमवार और शनिवार के दिन काले तेल में गंगाजल मिलकर भगवान शिव का अभिषेक करें।
  • मंगलवार और शनिवार के दिन हनुमान जी की पूजा करने से भी शनि देव अति शीघ्र प्रसन्न होते हैं।
  • हर शनिवार को स्नान करने के बाद पीपल के पेड़ में जल अर्पित करें और इसकी परिक्रमा लगाएं।
  • शनि देव को प्रसन्न करने के लिए शनिवार के दिन काले तिल, उड़द की दाल, छाता, कंबल, चमड़े के चप्पल और जूते का दान करें।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)