Shani Dev Rashi Parivartan : सनातन धर्म में शनि देव को न्याय का देवता कहा गया है, जो भक्तों को उनके कर्मानुसार परिणाम देते हैं। वह कर्म कारक देवता भी कहे जाते हैं। उनकी कुदृष्टि से लोगों का जीवन परेशानियों से भर जाता है, इसलिए लोग उनके नाम से ही डरते हैं और शनिवार के दिन विधि-विधान पूर्वक उनकी पूजा भी करते हैं, ताकि उनकी कृपा प्राप्त की जा सके। शनि देव को प्रसन्न करने के लिए बहुत सारे उपाय भी है, जिन्हें अपनाकर कुंडली में स्थित शनि दोष को भी दूर किया जा सकता है। यदि शनि देव प्रसन्न हो जाए, तो वह जातक के जीवन में कभी किसी चीज की कमी नहीं होने देते हैं। वह एक राशि में ढाई साल तक विराजमान रहते हैं। फिलहाल वह कुंभ राशि में है, जहां से वह मार्च महीने के अंत में निकालकर मीन राशि में प्रवेश कर जाएंगे।
शनि देव की राशि परिवर्तन से सभी 12 राशियों पर इसका प्रभाव देखने को मिलेगा, लेकिन इनमें से कुछ राशियां ऐसी होंगी, जिन्हें बहुत सारी बाधाओं से मुक्ति मिलेगी। वहीं, मेष राशि के जातकों पर साढ़ेसाती शुरू हो जाएगी।

29 मार्च को करेंगे राशि परिवर्तन
ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, शनि देव 29 मार्च को रात 11:01 पर कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में प्रवेश कर जाएंगे। इस दौरान कर्क और वृश्चिक राशि के जातकों को शनि की ढैया से मुक्ति मिलेगी, तो वहीं सिंह और धनु राशि के जातकों पर शनि की ढैया प्रारंभ होगा। साथ ही इस राशि परिवर्तन का असर सभी 12 राशि के जातकों पर देखने को मिलेगा।
मेष राशि की बढ़ेंगी परेशानियां
ऐसे में यदि आप भी मेष राशि के जातक है, तो आपको शनि देव के राशि परिवर्तन के बाद परेशानियां शुरू हो जाएगी, क्योंकि इन पर साढ़ेसाती शुरू होगी। इससे बचाव के लिए आपको ज्योतिष शास्त्रों में बताए गए कुछ उपाय को अपनाना है, जिससे आप शनि देव की बुरी दृष्टि से बच सकते हैं।
करें ये उपाय
- मेष राशि के जातकों को रोजाना हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए, क्योंकि इस राशि के स्वामी मंगल देव हैं और आराध्या हनुमान जी हैं। राम भक्त हनुमान की पूजा अर्चना करने से जातक की सभी परेशानियां दूर होगी।
- मेष राशि के जातकों को हनुमान जी की विशेष पूजा अर्चना मंगलवार के दिन करना चाहिए। उन्हें ताजे फल प्रसाद के रूप में चढ़ाएं। इससे वह अति शीघ्र प्रसन्न होंगे।
- इसके अलावा, मंगलवार के दिन पूजा के समय राम रक्षा स्त्रोत का पाठ करें। इससे हनुमान जी, महादेव और शनि देव तीनों ही शीघ्र प्रसन्न हो जाएंगे और आपके जीवन में आने वाली बाधाओं को दूर कर देंगे।
- शनि देव को महादेव के प्रमुख भक्तों में से एक माना जाता है। ऐसे में भगवान शिव की पूजा अर्चना कर उनकी कृपा प्राप्त करने से भी शनि का प्रभाव कम होगा और वह अपनी छत्रछाया में आपको किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं आने देंगे।
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