Shiv Pujan Vidhi : सोमवार को भगवान शिव को समर्पित माना जाता है और उनकी पूजा-आराधना से मनोवांछित फल प्राप्त होती है। पौराणिक कथाओं के अनुसार अगर सोमवार के दिन शिव पूजा के बाद कुछ विशेष व चमत्कारी मंत्रों का जाप किया जाए तो भगवान शिव जल्द प्रसन्न होते हैं और मनोकामनाएं पूरी करते हैं। धार्मिक परंपरा के अनुसार, सावन मास के सोमवार का व्रत विशेष महत्व रखता है। इस व्रत को करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होने की आशा होती है। यह व्रत और पूजा प्रक्रिया स्त्री और पुरुष दोनों द्वारा की जाती है। इस व्रत से विवाहित महिलाओं को सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है जबकि अविवाहित महिलाओं की जल्दी ही शादी हो जाती है। इसलिए, साधक श्रद्धा भाव से सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा-उपासना करते हैं।
इसके अलावा, कई लोग सावन के महीने में शिवलिंग पर जल चढ़ाकर, भजन करके और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करके शिव की आराधना करते हैं। तो चलिए आज हम आपको उस विधि के बारे में बताते हैं जिसका पालन करके आप भगवान शिव के आशीर्वाद को प्राप्त कर सकते हैं…
पूजन विधि
- एक पवित्र स्थान का चयन करें, जहां आप शिव पूजा करना चाहते हैं। स्थान को साफ-सुथरा करें और उसे धूप, दीप, फूल और वस्त्र से सजाएं।
- एक शिवलिंग को प्राप्त करें और उसे पूजा स्थल पर स्थापित करें। शिवलिंग को जल से स्नान कराएं और उसे एक शुद्ध वस्त्र से ढंकें।
- भगवान शिव को अपनी प्रतिष्ठा में आमंत्रित करें। मन्त्रों के साथ उन्हें प्रकट करने के लिए आह्वान करें। आह्वान के बाद, उन्हें अर्घ्य और पुष्प देकर स्वागत करें।
- शिव पूजा के लिए जल, दूप, दीप, फूल, पुष्पमाला, बेलपत्र, श्रीफल, नैवेद्य, कपूर, चंदन, बिल्वपत्र, घी, शक्कर आदि का उपयोग करें। मंत्रों का जाप करते हुए शिवलिंग का स्नान कराएं और उसे वस्त्र से सजाएं। फिर विधिवत नैवेद्य चढ़ाएं।
- ध्यान और जाप के माध्यम से भगवान शिव की उपासना करें। शिव मंत्रों का जाप करें और उनकी महिमा पर ध्यान केंद्रित करें। इसके द्वारा अपने मन को शुद्ध और स्थिर रखें।
- अंत में भगवान शिव की आरती करें। ध्येयमंत्रों और आरती के माध्यम से उन्हें विनम्रता से प्रणाम करें।
इन मंत्रों का करें जाप
- ॐ नमः शिवाय: (Om Namah Shivaya) इस मंत्र को जपने से भगवान शिव की कृपा मिलती है और समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
- ॐ ह्रीं नमः शिवाय: (Om Hreem Namah Shivaya) इस मंत्र का जाप करने से मनोवांछित फल प्राप्त होते हैं और जीवन में सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
- ॐ नमो भगवते रूद्राय: (Om Namo Bhagavate Rudraya) यह मंत्र भगवान शिव की कृपा और आशीर्वाद को प्राप्त करने के लिए जपा जाता है।
सोमवार का महत्व
- भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। इसलिए सावन के मास में सोमवार को इनकी पूजा-आराधना का विशेष महत्व होता है।
- सोमवार को भगवान शिव की पूजा-उपासना करने से मन, शरीर और आत्मा की शुद्धि होती है। यह व्रत और पूजा आध्यात्मिक उन्नति को प्राप्त करने का एक अच्छा अवसर होता है।
- सोमवार का व्रत रखने से भगवान शिव विशेष तरह से प्रसन्न होते हैं और साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। यह व्रत सुख, सौभाग्य, समृद्धि और आरोग्य की प्राप्ति में मदद करता है।
भूलकर भी ना करें ये काम
- भगवान शिव की पूजा में कभी भी काले रंग के वस्त्र पहनना नहीं चाहिए। शिव पूजा में श्वेत वस्त्र या रंगीन वस्त्र का प्रयोग करें।
- भगवान शिव की पूजा में तुलसी के पत्ते का प्रयोग वर्जित माना जाता है। तुलसी का प्रयोग माता लक्ष्मी की पूजा में किया जाता है, लेकिन शिव पूजा में उसका प्रयोग नहीं करना चाहिए।
- भगवान शिव को कभी भी नारियल का पानी नहीं चढ़ाना चाहिए। नारियल का पानी माता दुर्गा और भगवान विष्णु की पूजा में चढ़ाया जाता है, लेकिन शिव पूजा में इसका उपयोग नहीं करना चाहिए।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना अलग-अलग जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की जानकारी की पुष्टि नहीं करता है।)