भोलेनाथ एक ऐसी भगवान है जिन्हें हम सभी देवाधिदेव महादेव के नाम से पहचानते हैं। वह सभी देवताओं के भी देवता हैं जो अपने भक्तों की हर मनोकामना पूरी कर देते हैं। उन्हें चढ़ाया गया केवल एक लोटा जल व्यक्ति के जीवन को सार्थक बना सकता है। शिवलिंग के रूप में भगवान शिव का अनंत रूप हमें नजर आता है।
शिवलिंग भोलेनाथ का ऐसा स्वरूप है जिसकी ना कोई शुरुआत है और ना ही कोई अंत। इस रूप में भगवान शिव और माता पार्वती को एकल रूप में पूजा जाता है। जब हम शिवलिंग की पूजन करते हैं तब कुछ विशेष नियमों का ध्यान रखना जरूरी होता है। अगर हम इन्हें ध्यान रखें तो लाभ की प्राप्ति कर सकते हैं।
कैसे करें पूजन
सबसे पहले आपको शिवलिंग की पूजन के बारे में बताते हैं जिसके लिए सुबह उठकर स्नान कर स्वच्छ कपड़े धारण करें। अब आपको शुद्ध जल में गंगाजल मिलकर शिवलिंग का अभिषेक करना होगा। अब अशोक सुंदरी पर जल अर्पित करें और चंदन का तिलक लगाएं। अगर आपके पास उपलब्ध है तो बेलपत्र, शहद, फूल जैसी चीज भगवान को अर्पित करें। घी का दीपक जरूर लगाएं और प्रसाद सभी को वितरित करें।
मिलेगी भोलेनाथ की कृपा (Shivling Pujan Rules)
भोलेनाथ की पूजन करते समय जो जल आपने उन्हें अर्पित किया है। उसे अपनी उंगलियों से लेकर आंख, गले और माथे पर लगाना चाहिए। जो व्यक्ति ऐसा करता है उस पर शिवजी की कृपा बरसती है और जीवन में खुशहाली आती है। रुके हुए काम पूरे होने लगते हैं और जो भी संकट है वह समाप्त हो जाते हैं।
इन बातों का रखें ध्यान
- भोलेनाथ की पूजन करते समय बेलपत्र हमेशा तीन पत्ती का होना चाहिए। इसे हमेशा चिकनी तरफ से शिवलिंग पर अर्पित किया जाता है।
- आप जो जल चढ़ा रहे हैं वह हमेशा साफ होना चाहिए। कभी भी गंदा जल अर्पित ना करें अन्यथा भोलेनाथ रुष्ट हो जाते हैं।
- जल अर्पित करने के लिए तांबा, पीतल या चांदी के लोटे का इस्तेमाल करना शुभ माना गया है।
- जब आप जल चढ़ा रहे हैं तब शिवलिंग पर जलधारा पतली और धीमी गति से जानी चाहिए। अच्छी तरह से बैठकर या फिर झुक कर जलाभिषेक करें।
- पूजन करते समय अपने मन में नकारात्मक विचार बिल्कुल ना लाएं।
- भोलेनाथ की पूजन में कभी भी श्रीफल, सिंदूर, तुलसी, केतकी, हल्दी, नारियल का पानी, कनेर के फूल और टूटे हुए चावल नहीं चढ़ाए जाते। इससे पूजा का फल नहीं मिलता।
Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।





