Shukra Nakshatra Parivartan : वैदिक ज्योतिष में ग्रहों के राशि परिवर्तन को अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। जब कोई ग्रह एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है, तो इसका असर पृथ्वी पर और यहां के जीव-जंतुओं पर विभिन्न प्रकार से होता है। शुक्र का परिवर्तन लगभग हर महीने होता है। शुक्र सौंदर्य, प्रेम, और कला को प्रभावित करता है। इसका परिवर्तन जीवन में प्रेम, सौंदर्य और रचनात्मकता पर असर डालता है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में शुक्र ग्रह मजबूत होता है, तो उसे जीवन में भौतिक सुख-सुविधाएं, आर्थिक समृद्धि, और प्रेम संबंधों में सफलता प्राप्त होती है। इसके विपरीत, यदि शुक्र ग्रह कमजोर या अशुभ स्थिति में होता है, तो व्यक्ति को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। फिलहाल, वह पुष्य नक्षत्र में गोचर कर रहे हैं। जिसके बाद 20 जुलाई को शुक्र देव अश्लेषा नक्षत्र में गोचर करेंगे। आइए जानते हैं इस वह किन-किन राशियों पर अपनी कृपा बरसाने वाले हैं।
धनु राशि
शुक्र देव के अश्लेषा नक्षत्र में गोचर करने से विभिन्न राशियों पर भिन्न-भिन्न प्रभाव पड़ते हैं। खासकर धनु राशि के जातकों के लिए यह गोचर विशेष लाभकारी हो सकता है। धन के नए स्रोत खुल सकते हैं और निवेश से लाभ मिल सकता है। व्यापार और करियर में उन्नति हो सकती है। नए अवसर प्राप्त हो सकते हैं और कार्यक्षेत्र में मान-सम्मान बढ़ेगा। परिवार और मित्रों के साथ संबंधों में सुधार हो सकता है। इस गोचर के दौरान रुके हुए काम बन सकते हैं। लंबित कार्यों में सफलता मिल सकती है।
कुंभ राशि
शुक्र देव कुंभ राशि में उच्च के होते हैं और मीन राशि के जातकों को हमेशा शुभ फल देते हैं। शुक्र के गोचर से कुंभ राशि के जातकों को आर्थिक लाभ मिल सकता है। निवेश से अच्छा लाभ प्राप्त हो सकता है और आय के नए स्रोत खुल सकते हैं। प्रेम और वैवाहिक जीवन में सुधार हो सकता है। परिवार और मित्रों के साथ संबंध मधुर हो सकते हैं। कला के क्षेत्र में रुचि बढ़ सकती है। हालांकि, किसी भी निर्णय को लेने से पहले सोच-समझकर कदम उठाएं।
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