क्या आपने कभी सोचा है कि कुछ लोगों के पास पैसा टिकता ही चला जाता है, जबकि कुछ की जेब हमेशा खाली रहती है? असल में सिर्फ मेहनत ही काफी नहीं होती, बल्कि माहौल और सोच भी पैसा खींचने में बड़ी भूमिका निभाते हैं। वास्तु और सकारात्मक ऊर्जा से जुड़ी कुछ खास चीज़ें हैं, जो अगर सही ढंग से रखी जाएं तो धन को घर में रोक सकती हैं, वो भी बिल्कुल चुंबक की तरह!
अगर आपको लगता है कि पैसा सिर्फ किस्मत वालों के पास आता है, तो ज़रा रुकिए! आपकी ही जेब में वो ताकत छुपी है जो धन को अपनी ओर खींच सकती है, बस आपको पता होना चाहिए कि ध्यान किस बात पर देना है। कुछ छोटे-छोटे बदलाव और वास्तु से जुड़े उपाय आपकी आर्थिक स्थिति को बदल सकते हैं, और वो भी बिना किसी बड़े खर्च के।

तुलसी का पौधा
तुलसी को हिंदू धर्म में बहुत पवित्र माना गया है, लेकिन वास्तु शास्त्र भी मानता है कि तुलसी का पौधा घर की नेगेटिव एनर्जी को कम करता है। जब घर में पॉजिटिव वाइब्स होती हैं, तो काम में मन लगता है और आर्थिक लाभ मिलने के चांस भी बढ़ते हैं। सुबह-शाम तुलसी में जल चढ़ाना और दीपक जलाना सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है। ध्यान रखें, तुलसी पौधा हमेशा उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए। इससे घर के सदस्यों के मन शांत रहते हैं और निर्णय शक्ति तेज होती है, जो फाइनेंशियल मामलों में काफी मददगार होती है।
लाल रंग का रिबन या कपड़ा
लाल रंग को ऊर्जा, समृद्धि और शक्ति का प्रतीक माना जाता है। अगर आप अपने पर्स या तिजोरी में छोटा सा लाल रिबन या कपड़ा रखते हैं, तो ये पैसों की बरकत बढ़ा सकता है। ये उपाय खासकर उन लोगों के लिए कारगर माना गया है जिनका पैसा टिकता नहीं या खर्च बहुत जल्दी हो जाता है। लेकिन याद रखें, लाल कपड़ा साफ-सुथरा और बिना फटा होना चाहिए। ये उपाय मनोवैज्ञानिक रूप से भी विश्वास और ध्यान केंद्रित करने की भावना को बढ़ाता है, जिससे आप पैसे को सही जगह इन्वेस्ट करने लगते हैं।
लक्ष्मी जी के चरण चिन्ह
कई घरों में आप देखा होगा कि मुख्य दरवाजे के दोनों साइड या बीच में लक्ष्मी जी के पावन चरण चिन्ह लगाए जाते हैं। ये केवल धार्मिक आस्था नहीं, बल्कि वास्तु के अनुसार भी एक पॉजिटिव संकेत है। इन चिन्हों को अंदर की ओर लाते हुए बनाना चाहिए, ताकि लक्ष्मी अंदर प्रवेश करें। शुक्रवार के दिन इसे लगाने का विशेष महत्व है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?
वास्तु एक्सपर्ट्स का मानना है कि एनर्जी बैलेंस से जीवन में स्थिरता आती है, जो आर्थिक फैसलों को बेहतर बनाती है। सरकार भी ‘फाइनेंशियल लिटरेसी’ बढ़ाने पर ज़ोर दे रही है, लेकिन अगर आप साथ में ऐसे छोटे-छोटे उपाय करें, तो ये आपके सोचने और खर्च करने के तरीके में पॉज़िटिव बदलाव ला सकते हैं। आने वाले समय में जब महंगाई बढ़ती जा रही है, हर छोटा फैसला मायने रखता है। ऐसे में मानसिक शांति और पॉज़िटिव एनवायरमेंट भी आर्थिक प्लानिंग का हिस्सा बनना चाहिए।