Vastu Tips: वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की साज-सज्जा हमारे जीवन पर गहरा असर डालती है। जाने-अनजाने में की गई गलतियों की वजह से वास्तु दोष उत्पन्न होता है, जो न केवल शारीरिक स्वास्थ्य बल्कि मानसिक शांति को भी प्रभावित कर सकता है।
वास्तु दोष को दूर करने के लिए सही स्थान पर फर्नीचर का होना, रंगों का सही चुनाव करना और घर के प्रत्येक कोनों का सही उपयोग करना जरूरी होता है। आज हम आपको इस आर्टिकल के जरिए बताएंगे, कि एक खुशहाल जीवन जीने के लिए वास्तु शास्त्र के बताए गए कौन-कौन से नियमों का पालन घर में करना चाहिए, तो चलिए जानते हैं।
लिविंग रूम के लिए वास्तु टिप्स
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के विभिन्न क्षेत्रों का सही दिशा में होना बहुत जरूरी होता है। यदि आप चाहते हैं कि रिश्तों में मधुरता बनी रहे तो लिविंग रूम या अतिथियों के बैठने की जगह को उत्तर या पश्चिम दिशा में बनाना चाहिए। ऐसा करने से रिश्तों में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।
दवाइयों का सही स्थान
इसके अलावा अगर स्वास्थ्य के लिहाज से देखा जाए तो उत्तर-पूर्व दिशा में दवाइयां रखने से उनका असर जल्दी और सकारात्मक रूप से दिखाई पड़ता है। इस दिशा में दवाइयां शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर भी बेहतर प्रभाव डालती है।
जानिए कैसे सुधारें आर्थिक स्थिति
अगर आपको ऐसा महसूस होता है की कड़ी मेहनत करने के बाद भी आपके हाथों में पैसा टिकता नहीं है। साथ ही साथ आर्थिक स्थिति में भी कोई खास सुधार नहीं हो पा रहा है, तो यह हो सकता है कि आपके घर की दक्षिण-पूर्व दिशा में कोई वास्तु दोष हो।
वास्तु के अनुसार दक्षिण पूर्व दिशा को धन और समृद्धि से जोड़ा जाता है, और अगर यहां नीला रंग प्रयोग किया गया है, तो यह धन के प्रवाह को प्रभावित कर सकता है। इस दिशा में नीला रंग हटाकर हल्का नारंगी या गुलाबी रंग का इस्तेमाल करना चाहिए।
मकड़ी के जाल और गंदगी से बचें
अगर घर में मकड़ी के जाले लगे हैं, तो यह नकारात्मक ऊर्जा का संकेत हो सकता है। मकड़ी के जाले और धूल-गंदगी घर में नकारात्मकता को आकर्षित करती है, साथ ही साथ मां लक्ष्मी को भी नाराज कर सकती हैं।
जैसा कि हम सभी जानते हैं की मां लक्ष्मी को साफ और सुथरा घर बेहद पसंद होता है। अगर आप अपने घर को साफ और सुथरा नहीं रखेंगे, तो मां लक्ष्मी आपके घर में प्रवेश नहीं करेंगी। एक साफ और व्यवस्थित घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
पौधों के लिए वास्तु टिप्स
घर में पौधे न केवल सुंदरता बढ़ाते हैं, बल्कि सकारात्मक ऊर्जा का भी स्रोत होते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि पौधों की देखभाल सही तरीके से की जाए। यदि कोई पौधा सूख गया है, तो उसे तुरंत हटा देना चाहिए, क्योंकि सूखा हुआ पौधा नकारात्मक ऊर्जा का कारण बन सकता है और घर में शांति बनाए रखने के लिए यह जरूरी है कि पौधों की सही से देखभाल की जाए।
इस दिशा में होना चाहिए वॉटर टैंक
वास्तु शास्त्र के अनुसार दक्षिण पश्चिम दिशा में ओवरहैड वॉटर टैंक की व्यवस्था करना लाभदायक होता है। यह दिशा स्थिरता और मजबूती का प्रतीक मानी जाती है और पानी का भंडारण यहां करने से घर में धन और समृद्धि बनी रहती है।
दरवाजे की आवाज़ से वास्तु दोष
वास्तु शास्त्र के अनुसार दरवाजे को खोलने और बंद करते समय सावधानी बरतनी चाहिए, ताकि कर्कश ध्वनि ना निकले। ऐसी आवाज़ नकारात्मक ऊर्जा का संकेत मानी जाती है जो घर के वातावरण को प्रभावित कर सकती है।
पूजा घर के लिए सही दिशा
यदि आपने घर में पूजा घर बनाया है, तो वहां नियमित रूप से पूजा का आयोजन करना चाहिए, ताकि घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहें। ध्यान रहे कि दक्षिण पश्चिम दिशा में बने कमरे का पूजा-अर्चना के लिए प्रयोग नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह दिशा स्थिरता और मजबूती का प्रतीक है, जो पूजा स्थल के लिए उपयुक्त नहीं मानी जाती है।
Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।