Skanda Sashti 2025 : हिंदू धर्म में आए दिन कोई ना कोई त्यौहार मनाया ही जाता है। इसी कड़ी में प्रत्येक महीने की शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को स्कंद षष्ठी मनाया जाता है, जो कि भगवान कार्तिकेय को समर्पित है। इन्हें मुरूगन के नाम से भी जाना जाता है। भगवान कार्तिकेय महादेव और माता पार्वती के पुत्र हैं। इनकी पूजा खासकर दक्षिण भारत में काफी उत्साह के साथ की जाती है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस त्यौहार को बुराई पर धार्मिकता की विजय के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है।
मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, माघ महीने के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि यानी आज सुबह 6:52 से इसका शुभारंभ हो चुका है। जिसका समापन अगले दिन यानी 4 फरवरी को शाम 4:37 पर होगा। इस दिन रवि और साध्य योग का निर्माण हो रहा है। इसलिए यह दिन बेहद शुभ माना जा रहा है। इस दौरान पूजा-अर्चना करने वाले जातकों पर माता लक्ष्मी की भी कृपा रहेगी, जिससे आर्थिक तंगी दूर होगी।
महत्व
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, स्कंद षष्ठी के दिन कार्तिकेय भगवान की पूजा करने से जातक के जीवन की सारी समस्याएं खत्म हो जाती है। ग्रह दोष दूर होते हैं, करियर में चल रही परेशानियां भी खत्म हो जाती है। इस दिन भगवान को फल और मिठाई का भोग लगाना चाहिए। वहीं, पूजा का समापन शंखनाद के साथ करना चाहिए।
करें दान
कोशिश करें कि गरीब और जरूरतमंदों में चावल, दाल, चना, आदि का दान करें। बता दें कि दान करना हिंदू धर्म में काफी ज्यादा शुभ माना जाता है। इससे जातकों के जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)