Surya Grahan 2025: ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों और नक्षत्रों की तरह ग्रहण का बड़ा महत्व माना जाता है ।होली के दिन 14 मार्च को साल का पहला चन्द्र ग्रहण लगा था और अब 29 मार्च चैत्र अमावस्या को साल का पहला सूर्य ग्रहण लगने वाला है।भारतीय समयानुसार यह ग्रहण 2:20 मिनट पर शुरू होगा और 6:16 मिनट पर समाप्त होगा। ये ग्रहण 03 घंटे 53 मिनट की कुल अवधि के साथ लगेगा।
ये आशिंक सूर्य ग्रहण होगा, ऐसे में यह भारत में दिखाई नहीं देगा और ना ही इसका सूतक काल मान्य होगा।हालांकि भारत को छोड़कर यह यूरोप, एशिया के कुछ हिस्से, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, अटलांटिक महासागर, आर्कटिक महासागर में देखा जा सकेगा।खास बात ये है कि सूर्य ग्रहण के दिन ही न्याय और दंड के देवता शनि कुंभ से निकलकर मीन राशि में प्रवेश करेंगे।इस दौरान चंद्रमा सूर्य के लगभग 93 फीसदी हिस्से को ढक लेगा।

कब लगता है सूर्य ग्रहण?
- ज्योतिष के मुताबिक, जब चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य के बीच से गुजरता है तो सूरज की रोशनी धरती तक पहुंच नहीं पाती है, तो सूर्य ग्रहण लगता है।
- जब चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य एक लाइन में सीधे नहीं होते। इस कारण चंद्रमा सूर्य के कुछ हिस्से को ही ढक पाता है, वही अन्य सूर्य ग्रहण में लोकेशन के कारण भी आंशिक सूर्य ग्रहण दिखता है।
- वलयाकार सूर्य ग्रहण तब लगता है जब चंद्रमा पृथ्वी से दूर हो। तब यह पूरी तरह सूर्य को ढक नहीं पाता, जिस कारण हमें सूर्य ग्रहण के दौरान आसमान में एक ‘आग की रिंग’ दिखती है।
- हाइब्रिड सूर्य ग्रहण को वलयाकार-पूर्ण ग्रहण कहा जाता है। इसमें यह सूर्य को पूरी तरह ढंकता है, लेकिन कुछ हिस्सा खुला रह जाता है।
राशियों पर कैसा रहेगा ग्रहण का प्रभाव
- सूर्य ग्रहण मीन राशि और उत्तर भाद्रपद नक्षत्र में घटित होगा। इस दौरान सूर्य, राहु, शुक्र, बुध और चंद्रमा सभी मीन राशि में स्थित होंगे, जिससे इस खगोलीय घटना का ज्योतिषीय महत्व और बढ़ जाएगा।
- ज्योतिषियों के मुताबिक साल का पहला सूर्य ग्रहण वृषभ, कुंभ, कर्क और मिथुन राशि वालों के लिए अच्छा होगा। इन राशियों को निवेश में लाभ , मान-सम्मान में वृद्धि , आय के नए स्त्रोत, करियर व नौकरी में उन्नति मिल सकती है।
(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)