ज्योतिष में ग्रह नक्षत्र को विशेष महत्व दिया गया है। हर ग्रह की अपनी कोई ना कोई खासियत है जिसकी वजह से उसे महत्वपूर्ण माना गया है। यही कारण है कि जब उनकी चाल बदलती है तो हर व्यक्ति के जीवन को प्रभावित करती है। सूर्य देव को ज्योतिष में आत्मविश्वास, मान सम्मान और प्रतिष्ठा का कारक माना जाता है। वहीं गुरु ऐसे ग्रह है जिन्हें ज्ञान, पैसा, समृद्धि और सुख का कारक कहा जाता है। यह दोनों ग्रह जून में एक युति निर्मित करने जा रहे हैं।
ज्योतिष के मुताबिक सूर्य और गुरु बृहस्पति की युति बनाने जा रहे हैं। ये महायुति मिथुन राशि में होने वाली है। सभी राशियों पर इसका गहरा प्रभाव देखने को मिलेगा। हालांकि तीन राशियां ऐसी है जिनके लिए यह समय किस्मत बदलने वाला होगा। इन्हें नौकरी में पदोन्नति की प्राप्ति होगी। आय में वृद्धि के योग भी निर्मित होंगे। चलिए आपको इनके बारे में बताते हैं।

कन्या (Surya guru conjuction)
कन्या राशि के लोगों के लिए सूर्य और ग्रह का यह संयोग बहुत शुभ साबित होने वाला है। इन लोगों को जॉब और कारोबार में अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। करियर के क्षेत्र में नए मुकाम मिलेंगे और मेहनत का फल प्राप्त होगा। जो लोग कारोबार करते हैं वह नई योजनाओं पर काम करेंगे। अभी की गई साझेदारी भविष्य में फायदेमंद साबित होगी।
तुला
तुला राशि के लोगों को यह योग बहुत लाभ देने वाला है। यह सहयोग उनकी राशि के नवम भाव पर बन रहा है। ऐसे में इन लोगों को किस्मत का भरपूर सहयोग मिलेगा। देश विदेश की यात्रा के योग बन रहे हैं। जो लोग नौकरी करते हैं उनका प्रमोशन होगा। व्यापारी मुनाफा प्राप्त करेंगे और नई डील भी साइन कर सकते हैं। आय के स्रोत मजबूत होंगे जिससे आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी। मांगलिक कार्यक्रमों में शामिल होने का मौका मिलेगा।
मीन
गुरु और सूर्य का यह संयोग इस राशि के लिए बहुत फायदेमंद साबित होने वाला है। यह इनके प्रॉपर्टी और सुख के भाव पर बन रहा है। इस वजह से सुख सुविधाओं में वृद्धि होगी। इन्हें कोई प्रॉपर्टी या वाहन भी प्राप्त हो सकता है। जो लोग नौकरी करते हैं उन्हें प्रमोशन मिल सकता है। व्यापार करने वालों को जबर्दस्त फायदा होगा। अटके हुए काम पूरे होंगे और धनलाभ की प्राप्ति होने वाली है। पारिवारिक वातावरण अच्छा बना रहेगा।
डिस्क्लेमर – इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।