भारत में मंदिरों की कोई कमी नहीं है। पूरब से लेकर पश्चिम तक… उत्तर से लेकर दक्षिण तक… हर एक छोर पर आपको किसी न किसी भगवान का मंदिर मिल जाएगा, जहां सुबह से लेकर शाम तक भक्तों की भीड़ देखने को मिलती है। देश के कई स्थानों में स्थित मंदिर विश्व भर में प्रसिद्ध हैं, जहां विदेशी श्रद्धालु भी पहुंचते हैं। तो वहीं कुछ मंदिर ऐसे भी हैं जिनके बारे में स्थानीय लोगों के अलावा अधिक लोग नहीं जानते।
मंदिर की खूबसूरती लोगों का मन मोह लेती है। बता दें कि यह मंदिर तिरुमाला पर्वत पर स्थित है, जो कि भारत के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है। मान्यता है कि यहां आने वाले श्रद्धालु जो कुछ भी मांगते हैं, उनकी मनोकामनाएं अवश्य पूरी होती हैं। इस मंदिर के कई चमत्कार और रहस्य ऐसे हैं, जिनका पता वैज्ञानिक भी अभी तक नहीं लगा पाए हैं।
सालों भर होती है भीड़
मंदिर को लेकर बहुत सारी कथाएं प्रचलित हैं, जिसे देखने के लिए दूर-दराज से भक्तगण पहुंचते हैं। सुबह से लेकर शाम तक यहां पर लोगों की खचाखच भीड़ रहती है। आंध्र प्रदेश में स्थित तिरुपति बालाजी मंदिर में भगवान वेंकटेश्वर की मूर्ति स्थापित है, जो कि भगवान विष्णु का ही एक रूप माना जाता है। यहां इतनी अधिक भीड़ होती है कि सुरक्षा की दृष्टि से भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात है। मंदिर में दर्शन करने के बाद श्रद्धालुओं को लंगर की सुविधा भी दी जाती है। यहां का चमत्कार और रहस्यमई मंदिर को देखने के लिए दुनिया भर से लोग आते हैं।
भारत का सबसे अमीर मंदिर
यह भारत का सबसे अमीर मंदिर है, लेकिन इसकी सबसे बड़ी दौलत एक चमत्कार है। यहां की बालाजी की मूर्ति हर सुबह स्नान करने के बाद भी कुछ ही समय में फिर से पसीने-पसीने हो जाती है। पुजारी हर सुबह मूर्ति को जल्द से स्नान कर साफ करते हैं, लेकिन कपड़ा डालते ही वह फिर जाती है जैसे शरीर से पसीना निकल रहा हो। मान्यता है कि भगवान विष्णु ने कलयुग में श्री वेंकटेश्वर के रूप में नील पर्वत पर वास किया है। बालाजी की मूर्ति में असली बाल हैं और छूने पर त्वचा जैसी कोमलता महसूस होती है। यहां तक कि मूर्ति का तापमान भी इंसानी शरीर की तरह हमेशा गर्म बना रहता है। कई वैज्ञानिक आए और आज तक कोई यह नहीं समझ पाया कि पत्थर की मूर्ति से पसीना कैसे निकल सकता है।
धार्मिक मान्यता
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान श्री वेंकटेश्वर अपनी पत्नी पद्मावती के साथ इसी मंदिर में रहते हैं। इस मंदिर में लोग अपनी श्रद्धा अनुसार बाल दान करते हैं। बता दें कि यह मंदिर बालों के लिए ही प्रसिद्ध है, जो कि असली हैं। ना ही यह कभी उलझते हैं और ना ही यह गंदे होते हैं, बल्कि यह हमेशा ही मुलायम रहते हैं। स्थानीय लोगों का ऐसा मानना है कि यहां भगवान विष्णु खुद विराजमान हैं। मंदिर के गर्भगृह में जाते ही आपको यहां पर भगवान के होने का एहसास होगा। मंदिर परिसर से बाहर आते ही आपको अपनी आंखों पर यकीन नहीं होगा, क्योंकि बाहर आते ही आपको ऐसा लगेगा कि भगवान की मूर्ति दाहिनी तरफ स्थापित है। लोग इसे भ्रम भी कहते हैं, तो कुछ लोग इसे भगवान का चमत्कार मानते हैं, जिसका पता आज तक वैज्ञानिक भी नहीं लगा पाए हैं।
आप भी जाएं
इसके अलावा, मंदिर से 23 किलोमीटर की दूरी पर एक गांव स्थित है, जहां बाहर वालों की एंट्री नहीं होती है। मंदिर में चढ़ाए जाने वाला भोग भी इसी गांव से आता है। यदि आपको कभी मौका मिले, तो आप भी भारत के सबसे अमीर मंदिर के दर्शन जरूर करें। यहां के चमत्कार जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे। साथ ही आपको अपनी आंख और कान पर भी भरोसा नहीं होगा।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है।)





