चाणक्य नीति के ये टिप्स बदल सकते हैं आपकी जिंदगी, बस इन जगहों पर रहें शांत!

चाणक्य नीति में लिखी इन बातों को अपनाने से जीवन में सफलता मिल सकती है। इसमें हर विषय के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई है। आइए जानते हैं विस्तार से यहां...

Sanjucta Pandit
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Chanakya Niti : आचार्य चाणक्य को कौटिल्य विष्णु गुप्त के नाम से भी जाना जाता है। जिनकी नीतियां लोगों के बेहद काम आती है। बचपन से ही हमें चाणक्य नीति, नीति शास्त्र, अर्थशास्त्र के बारे में विस्तारपूर्वक बताया गया है। इनमें लिखी गई बातों को अपने जीवन में अपने से सारे संकट दूर हो सकते हैं। सफलता के मार्ग खुलते चले जाते हैं। जीवन में खुशियां ही खुशियां आती हैं। हालांकि, उतार चढ़ाव बना रहता है। इसके बावजूद, व्यक्ति अच्छा और नेक इंसान बनकर समाज में उभरता है। चाणक्य नीति में यह बताया गया है कि जिंदगी में सही निर्णय और सतर्कता बहुत जरूरी है। उनके सिद्धांतों का पालन किया जाए, तो सुख और समृद्धि आने से कोई नहीं रोक सकता।

चाणक्य नीति में राजनीति, अर्थशास्त्र, मित्र, शत्रुता, शिक्षा, रिश्ते-नाते, विद्यार्थी सहित सभी पहलुओं पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई है, जिसे भारतीय इतिहास के महान विद्वान ने अपने अनुभव के आधार पर रचा है।

चाणक्य नीति

आज हम आपको चाणक्य नीति में बताई गई उन बातों को बड़े बताएंगे, जहां विद्वानों की मनोस्थिति झलकती है। इसमें बताया गया है कि किस स्थान पर समझदार व्यक्ति को चुप रहना चाहिए और किस स्थिति में बोलना चाहिए। इसका ज्ञान जिन्हें हो गया वह कभी किसी प्रकार की परेशानी का शिकार नहीं होंगे।

इन जगहों पर रहें चुप

  • चाणक्य नीति के अनुसार, जब व्यक्ति गुस्से में होता है, तब उसे समझाने का प्रयत्न नहीं करना चाहिए। ऐसे समय में उस व्यक्ति के मुंह से कुछ भी निकल सकता है, जो आपको बुरा लग सकता है। ऐसी स्थिति में समझदार व्यक्ति का चुप हो जाना ही सही होता है। ऐसे में रिश्ते में दरार भी नहीं पड़ती।
  • चाणक्य नीति कहती है कि समझदार व्यक्ति की यही पहचान है कि जब लड़ाई झगड़े वाली स्थिति बनी, तो वहां चुप हो जाना ही बेहतर है। इससे झगड़ा झट से खत्म हो जाएगा और आपसी मतभेद भी नहीं होगा। इसलिए ऐसी परिस्थितियों में बिल्कुल चुप हो जाना चाहिए।
  • चाणक्य नीति में यह बताया गया है कि जिस जगह आपकी प्रशंसा की जा रही हो, वहां पर चुप हो जाना ही समझदार व्यक्ति की पहचान है। यदि आप इस जगह पर बोलते हैं, तो यह आपके अहंकार को दर्शाता है। इसलिए चुप होकर सारी बातें समझदारी पूर्वक सुने।
  • आचार्य चाणक्य ने बताया है कि समझदारों की यह पहचान होती है कि वह मूर्ख के मुंह ना लगे, क्योंकि उन्हें समझना दीवार पर सर फोड़ने के बराबर है, क्योंकि आपकी बातें उन्हें समझ में नहीं आएगी और यह आपकी मूर्खता होगी। इसलिए ऐसे लोगों के सामने बिल्कुल चुप होकर उनकी बातें सुनें। यही आपके लिए बेहतर होगा।
  • चाणक्य नीति में इस बात का जिक्र किया गया है कि बिन वजह किसी को भी सलाह नहीं देनी चाहिए, क्योंकि हर कोई अपनी बुद्धि और विवेक का इस्तेमाल कर कोई भी फैसला करता है। ऐसे में आपका सलाह देना वह गलत तरीके से ले सकता है। उसे ऐसा लग सकता है कि आप उसका मजाक बना रहे हैं। ऐसी स्थिति में आप दोनों के बीच मतभेद की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)


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Sanjucta Pandit

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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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