कृष्ण जन्माष्टमी पर दशकों बाद हो रहा इन 4 शुभ संयोग का निर्माण, व्रती को दोगुना फल की होगी प्राप्ती

इस बार की कृष्ण जन्माष्टमी काफी ज्यादा शुभ मानी जा रही है। इस दिन दशकों बाद 4 शुभ संयोगों का निर्माण हो रहा है। इस दौरान जातकों को दोगुना फल प्राप्त होगा।

Sanjucta Pandit
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Janmashtami 2024 : हिंदू धर्म में कृष्ण जन्माष्टमी महत्वपूर्ण त्योहार माना जाता है। इसे लड्डू गोपाल के भक्त भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के रूप में मनाते हैं। यह भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। जब भगवान विष्णु के आठवें अवतार भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ था। इस खास मौके पर मंदिरों को तरीके से सजाया जाता है और शुभ मुहूर्त पर उनकी विधि-विधान पूर्वक पूजा-अर्चना की जाती है। भक्त इस दिन दिन भर व्रत रखते हैं और उनकी भक्ति में लीन होकर पूजा-पाठ करते हैं। वहीं, इस बार की कृष्ण जन्माष्टमी काफी ज्यादा शुभ मानी जा रही है। इस दिन दशकों बाद 4 शुभ संयोगों का निर्माण हो रहा है। इस दौरान जातकों को दोगुना फल प्राप्त होगा। आइए जानते हैं विस्तार से यहां…

Janmashtami 2023

शुभ मुहूर्त

  • वैदिक पंचांग के अनुसार, इस साल भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 26 अगस्त को 13:39 पर शुरू होगी। इसका समापन अगले दिन यानी 27 अगस्त को देर रात 2:19 पर होगा।
  • वहीं, पूजा का शुभ समय 27 अगस्त को देर रात 12:01 से लेकर 12:45 तक है। इस दौरान भगवान श्री कृष्ण की पूजा अर्चना करने पर जातकों की हर मनोकामना पूर्ण होगी।

इन योगों का निर्माण

  • ज्योतिष शास्त्र की मानें तो इस बार कृष्ण जन्माष्टमी के दिन खास संयोग बन रहे हैं। दरअसल, भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर कृतिका नक्षत्र का संयोग दोपहर 03:56 बजे से हो रहा है।
  • साथ ही, हर्षण योग का निर्माण भी हो रहा है। जिसकी शुरुआत रात 10:18 पर होगी। ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, यह जीवन में हर्ष और उल्लास वाला योग माना जाता है।
  • वहीं, सर्वार्थ सिद्धि योग का संयोग संध्याकाल 3:55 पर होगा। जिसका समापन 27 अगस्त सुबह 5:57 पर होगा। बता दें कि इस योग को जीवन में तरक्की और सफलता का योग माना जाता है।
  • इसके अलावा, शिववास योग बनने से यह दिन और भी अधिक खास हो जाएगा। इस योग में पूजा करने पर जातकों के पारिवारिक जीवन में खुशियों की बौछार होगी। स्वयं महादेव और माता पार्वती की कृपा बरसेगी।

चंद्र देव भी करेंगे गोचर

  • इन संयोगों के अलावा, 25 अगस्त की रात 10:19 पर चंद्रमा वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे। उनके राशि परिवर्तन का असर जन्माष्टमी का व्रत करने वाले जातकों पर भी दिखने को मिलेगा। इसलिए यह बेहद खास संयोग माना जा रहा है क्योंकि भगवान श्री कृष्ण की लग्न राशि वृषभ है।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)


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Sanjucta Pandit

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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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