Shani Jayanti 2024: शनि जयंती पर हो रहा इस शुभ योग का निर्माण, ऐसे प्राप्त करें भगवान की कृपा

उनकी पूजा करने से व्यक्ति के बुरे कर्मों के प्रभाव को कम किया जा सकता है और अच्छे कर्मों के फल की प्राप्ति हो सकती है। अगर वह अपने भक्तों से प्रसन्न हो जाते हैं तो उनकी रक्षा करते हैं और उन्हें अन्याय से बचाते हैं।

Shani Dev Angry Reasons

Shani Jayanti 2024 : हिंदू धर्म में शनि देव की पूजा का विशेष महत्व होता है। इसे अत्यंत शुभ भी माना जाता है। वहीं, शनि देव को न्याय का देवता और कर्मफल दाता भी कहा जाता है, जो हर व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार फल देते हैं। उनकी पूजा करने से व्यक्ति के बुरे कर्मों के प्रभाव को कम किया जा सकता है और अच्छे कर्मों के फल की प्राप्ति हो सकती है। अगर वह अपने भक्तों से प्रसन्न हो जाते हैं तो उनकी रक्षा करते हैं और उन्हें अन्याय से बचाते हैं। उनकी कृपा से व्यक्ति के मार्ग में आने वाली सभी समस्याओं का समाधान होता है। इसके अलावा, वह रोग और शारीरिक कष्टों से मुक्ति दिलाते हैं। बता दें कि शनिवार को भगवान शनि का दिन माना जाता है। इस दिन उनकी विधिपूर्वक पूजा-अर्चना करने पर साधकों के जीवन से सारी परेशानियां खत्म हो जाती है।

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इस योग का हो रहा निर्माण

ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, जून महीने की कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि पड़ रही है। इस दौरान सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है। खास बात यह है कि इसी दिन यानि 6 जून को शनि जयंती मनाई जाएगी। इसके साथ ही, वट सावित्री व्रत का पर्व भी इसी दिन मनाया जाएगा। इन सभी संयोगों के चलते 6 जून 2024 का दिन अत्यंत शुभ और विशेष माना जा रहा है। इस दिन शनि देव की पूजा करने से उनका आशीर्वाद प्राप्त होगा, जो जीवन में आने वाले सभी कष्टों और बाधाओं को दूर करता है। साथ ही सुख, शांति, और समृद्धि की प्राप्ति होती है।

ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, शनि जयंती के दिन न्याय के देवता शनि देव का जन्म हुआ था। साथ ही ऐसा माना जाता है कि भगवान शनि का जन्म सर्वार्थ सिद्धि योग में हुआ था, इसलिए यह बेहद शुभ और खास है। इस दिन पूजा-अर्चना करने से व्यक्ति को अक्षय फलों की प्राप्ति होती है।

करें ये काम

  • शनि देव को प्रसन्न करने के लिए तिल के तेल का दान करें।
  • इसके अलावा, आप काले वस्त्र का भी दान कर सकते हैं, जोकि शुभ माना जाता है।
  • गरीब और जरूरतमंद लोगों को भोजन कराएं और उन्हें आवश्यक वस्तुएं दान करें।
  • इस दिन शाम के समय शनि देव के समक्ष पीपल के नीचे और सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
  • प्रात: काल पीपल के वृक्ष पर जल चढ़ाएं और उसके सात परिक्रमा करें।
  • प्रसाद खाकर हाथ धोने के बाद ही घर पर प्रवेश करें।
  • शनि स्तोत्र और शनि चालीसा का पाठ करें।
  • तामसिक भोजन का सेवन करने से बचें।
  • दोपहर में सोने की गलती ना करें।
  • विवाद, झगड़ा, आदि से बचकर रहें।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)


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Sanjucta Pandit

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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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