Numerology: ज्योतिष शास्त्र में ग्रह, दिशा, नक्षत्र और अंकों को काफी महत्व दिया गया है। इन्हीं के आधार पर व्यक्ति की कुंडली के जरिए उसके व्यक्ति पर व्यवहार के बारे में पता लगाया जाता है साथ ही यह भी पता चलता है कि भविष्य में वह किन परिस्थितियों का सामना करेगा और किस तरह से उनसे गुजरते हुए आगे बढ़ेगा और कौन सा मुकाम हासिल करेगा।
ज्योतिष में वास्तु का महत्व
अंक शास्त्र ज्योतिष का एक महत्वपूर्ण अंग है जो नंबरों के आधार पर व्यक्ति के बारे में कई सारे पहलुओं की जानकारी देता है। यहां जन्म तिथि के आधार पर व्यक्ति का मूलांक निकाला जाता है और फिर पता लगाया जाता है कि उसका भविष्य कैसा होने वाला है। ज्योतिष में वास्तु का भी एक महत्वपूर्ण स्थान है जिसमें दिए गए उपाय व्यक्ति के जीवन में सुख समृद्धि और सौभाग्य लेकर आते हैं।
अंक शास्त्र और वास्तु
वास्तु शास्त्र के मुताबिक हर दिशा और ग्रह का एक दूसरे से संबंध होता है जो व्यक्ति के जीवन पर गहरा प्रभाव डालते हैं। आज हम आपको मूलांक के आधार पर यह बताते हैं वास्तु शास्त्र के मुताबिक किस चीज को किस जगह पर रखने से व्यक्ति के जीवन में खुशहाली आती है और सुख समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति करता है।
मूलांक 1
अंक शास्त्र के मुताबिक जब भी व्यक्ति के मूलांक के बारे में पता करना होता है तो उसकी जन्म तिथि के अंकों को जोड़ा जाता है। जिन लोगों का जन्म महीने की 1, 10, 19 और 28 तारीख को हुआ है, उनका मूलांक 1 होता है। चलिए वास्तु के मुताबिक कौन सी दिशा और वस्तु इनके लिए शुभ है, हम आपको ये बताते हैं।
शुभ दिशा और वास्तु
वास्तु के मुताबिक मूलांक 1 के जातकों के लिए सबसे शुभ दिशा पूर्व मानी जाती है, जो सूर्य की दिशा है। सूरज को किरणे हर रोज नई सुबह का इशारा करती है और ये दिशा भी व्यक्ति के जीवन में वैसा ही उजियारा लेकर आएगी। इस मूलांक के जातक यदि पूर्व दिशा में बांसुरी रखते हैं, तो उन्हें अपने जीवन में सकारात्मक परिणाम मिलते हैं। बांसुरी का संबंध तो वैसे भी भगवान श्री कृष्ण से है। अगर पूर्व दिशा में इसे रखा जाएगा तो कन्हैया की कृपा दृष्टि प्राप्त होती है।
(Disclaimer- यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं के आधार पर बताई गई है। MP Breaking News इसकी पुष्टि नहीं करता।)