Sawan Last Somwar 2023 : आज सावन का अंतिम सोमवार है। इस दिन विशेषकर भगवान शिव की पूजा-अर्चना की जाती है। सुबह से ही मंदिरों में भक्तों का तांता लगा हुआ है। चारों ओर शिव के जयघोष हो रहे हैं। श्रद्धालु भगवान की उपासना में लगे हुए हैं। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि यदि सावन में सोमवारी का व्रत रखने के दौरान आपसे कोई गलती हो गई हो तो उसे आज के दिन सुधार लें। उसके लिए आज के दिन पूजा करते समय शिव अपराध क्षमापन स्तोत्र का पाठ करना होगा, जिससे बाबा भोलेनाथ प्रसन्न हो जाएं और आपकी सारी गलती माफ कर आप पर अपना आर्शिवाद बनाएं रखें।
शिव अपराध क्षमापन स्तोत्र
आदौ कर्मप्रसंगत कलयति कलुषं मातृकुक्षौ स्थितं मां विष्णूमंत्रो कथ्यति नितरां जाठरो
यघद्वै तत्र दुखं व्यथयति नितरां शक्यते केन वक्तुं मैं अपराध शिव शिव शिव शंभु||
बाल्ये दुखितेरको स्तन्यपाने पिपासा नो शक्तच्शे भवगुण ज्नतो मां तुदनित
नानरोग दिदुखा शंकर ना स्मरामि क्षमा
यौवनस्थो विषयविषधरै दष्टो नष्टो विवेक:
मिथ्या मोहा भिलाषै मन मनो क्षमाव्वयो
नास्था धर्म विचारे श्रावण मननयो कि निदिध्यासितव्यं
स्नात्वा प्रत्यूषकाले स्वप्न विधिविधौ नाह्तं पूजार्थ
नानीता पदमाला सरसि विकासिता क्षमात्व
धूपैं कपूरदीपै भक्ष्योपहारै
नो तप्तं गांगतीरे व्रत जप नियमै क्षमात्व
नग्नो नि संशुद्धिस्त्रगुण विराहितो ध्वस्त मोहान्धकारो नासाग्रे नैव दृष्ट कदाचित्
चंद्रोद्भासित शेखरे स्मरहरे त्रैलोक्यसारे शंकर नेत्रोत्थवैश्वानरे
वानेन धनेन वाजिकारिभि प्राप्तेन राज्येन किं किं वा पुत्रकलत्रमित्र पशुभिदेहेन गेहेन किम्
ज्ञात्वैतत्क्षण भंगुंर सपदि रे त्याज्यं मनो दूर स्वात्मार्थं गुरूवाक्यतो भज भज श्रीपार्वतीवल्लभम्
आयुर्नश्यति पश्यतां प्रतिदिनं याति क्षयं योवन प्रत्यायान्ति गता पुनर्न दिवस कालो जगभद्क्षक:।
लक्ष्मीस्तोयत रंगभंग चपला विद्युच्चलं जीवित तस्मान्मां शरणागतं शरणद त्वं रक्ष रक्षाधुना
विवहित विहत वा सर्वमेतत्क्षस्व जय जय करुणाब्ध महादेवं शंभु||
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना अलग-अलग जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की जानकारी की पुष्टि नहीं करता है।)