क्या आपने कभी गौर किया है कि तुलसी का पौधा कभी अचानक बहुत तेज़ी से बढ़ने लगता है या उसमें चमकदार हरे पत्ते आने लगते हैं? दरअसल ये कोई साधारण बदलाव नहीं बल्कि देवी लक्ष्मी की कृपा का संकेत हो सकता है। शास्त्रों में तुलसी को मां लक्ष्मी का रूप माना गया है और इसके कुछ संकेत घर के भविष्य की ओर इशारा करते हैं।
तुलसी का पौधा हर हिंदू घर में होता है, लेकिन कई बार इसमें ऐसे बदलाव आते हैं जो शुभ संकेत माने जाते हैं। जैसे अगर तुलसी बिना ज्यादा देखभाल के भी हरी-भरी रहती है या उसमें हर सुबह मधुमक्खियां मंडराने लगती हैं, तो इसे मां लक्ष्मी की उपस्थिति का प्रतीक माना जाता है। साथ ही अगर तुलसी की जड़ के पास कोई छोटा पौधा अपने आप उग आए, तो ये आने वाले अच्छे समय का संकेत माना जाता है। इन बातों का ज़िक्र पुराने धार्मिक ग्रंथों और लोक मान्यताओं में भी मिलता है।

तुलसी के शुभ संकेत और उनका मतलब
तुलसी का पौधा जिस घर में बिना मुरझाए, लगातार हरा-भरा रहे, वहां हमेशा सुख-शांति बनी रहती है। अगर तुलसी में कभी अचानक सफेद या नीले रंग के फूल आने लगें, तो इसे भी बहुत शुभ माना जाता है। ये संकेत दर्शाते हैं कि मां लक्ष्मी उस घर से प्रसन्न हैं और वहां धनवृद्धि के योग बन रहे हैं। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, जब तुलसी की पत्तियां हर दिन ताजी दिखें और बिना कीड़े-मकोड़े के हों, तो ये भी एक पॉजिटिव एनर्जी का संकेत है।
कुछ लोग बताते हैं कि जब उन्होंने तुलसी की सेवा पूरी श्रद्धा से शुरू की, तो उनके घर में अटका हुआ पैसा वापस मिला या लंबे समय से चल रही परेशानियां खत्म हो गईं। इससे साफ है कि तुलसी न सिर्फ आस्था का प्रतीक है, बल्कि सकारात्मक ऊर्जा और सौभाग्य का भी केंद्र बन सकती है।
मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए तुलसी की सेवा कैसे करें?
तुलसी की सही देखभाल करने से ही ये शुभ संकेत मिलते हैं। सुबह सूर्योदय से पहले तुलसी पर जल चढ़ाना, घी का दीपक जलाना और ‘ॐ तुलस्यै नमः’ मंत्र का जाप करना बेहद फलदायक माना जाता है। साथ ही, तुलसी के आसपास गंदगी या सूखे पत्ते न छोड़ें, इससे पॉजिटिव एनर्जी रुक जाती है।
शुक्रवार और रविवार को तुलसी न तोड़ना भी एक जरूरी नियम है, क्योंकि इन दिनों देवी तुलसी विश्राम करती हैं। कई लोगों का अनुभव है कि जब उन्होंने तुलसी की पूजा में नियम बनाए और तुलसी चौरा को साफ-सुथरा रखा, तो घर में विवाद कम हुए और पारिवारिक सदस्यों में सामंजस्य बढ़ा।