तुलसी माला (Tulsi Mala) हिंदू धर्म में बेहद पवित्र मानी जाती है। कई लोग इसे भगवान विष्णु और कृष्ण की भक्ति के प्रतीक के रूप में पहनते हैं। लेकिन सिर्फ पहन लेने से इसका पुण्य नहीं मिलता, इसके लिए कुछ खास नियमों का पालन करना जरूरी होता है।
तुलसी की माला को पहनते वक्त अगर कुछ गलतियां हो जाएं, तो यह माला पुण्य देने की बजाय उल्टा दोष भी दे सकती है। आइए जानते हैं तुलसी माला पहनने के वो जरूरी नियम और उनसे जुड़ी वो गलतियां, जो आम लोग अनजाने में कर बैठते हैं।
कौन-कौन से नियम जरूरी हैं तुलसी माला पहनते समय?
मांस-मदिरा का सेवन करने वालों को नहीं पहननी चाहिए तुलसी माला
अगर आप मांसाहार या शराब का सेवन करते हैं, तो आपको तुलसी की माला पहनने से बचना चाहिए। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, तुलसी माता बेहद पवित्र होती हैं और उनका अपमान करने पर जीवन में बाधाएं बढ़ सकती हैं। इसलिए ऐसा जीवनशैली अपनाने वालों को ये माला नहीं पहननी चाहिए।
स्नान के बिना या गंदे वस्त्रों में न करें तुलसी माला का स्पर्श
तुलसी माला को हमेशा शुद्धता के साथ पहनना चाहिए। बिना स्नान किए या गंदे कपड़ों में इसे पहनना या छूना मना है। ऐसा करने से इसका आध्यात्मिक प्रभाव घट जाता है और शुभ फल मिलने की जगह दोष लग सकता है। इसलिए हमेशा स्नान कर साफ वस्त्र पहनकर ही माला को धारण करें।
भूलकर भी माला को श्मशान या अंतिम संस्कार में न पहनें
तुलसी माला को किसी भी अशुद्ध या शोकपूर्ण स्थान पर नहीं पहनना चाहिए। अगर आप किसी अंतिम संस्कार में जा रहे हैं या श्मशान घाट की ओर जा रहे हैं, तो माला को उतार दें। धार्मिक मान्यता है कि ऐसे स्थानों पर जाने से माला की पवित्रता नष्ट हो जाती है।





