Ujjain Mahakaleshwar Temple : उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर को लेकर एक सूचना तेजी से वायरल हो रही है कि 750 रुपये देकर गर्भगृह में प्रवेश किया जा सकता है। हालांकि, यह सूचना गलत है। दरअसल अधिकारियों के अनुसार, यह व्यवस्था कई साल पहले समाप्त हो चुकी है। तो आइए जानते हैं इस पूरे मामले की सच्चाई और वर्तमान व्यवस्था के बारे में विस्तार से।
वायरल जानकारी की सच्चाई:
दरअसल सोशल मीडिया पर यह दावा किया जा रहा है कि महाकालेश्वर मंदिर में शीघ्र दर्शन के लिए 250 रुपये और गर्भगृह में पूजा-अर्चना के लिए 750 रुपये देने होंगे। वहीं इसके विपरीत, अगर कोई श्रद्धालु यह राशि नहीं चुकाता, तो उसे पीछे से ही दर्शन करने होंगे। दरअसल आपको बता दें कि यह दावा एक दम गलत है।
वायरल समाचार पत्र की जांच:
जानकारी दे दें कि सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है जिसमें एक न्यूज़ पेपर की कटिंग वायरल हो रही है, दरअसल उस पोस्ट में लिखा है कि महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन की सुविधा का लाभ लेने के लिए शुल्क चुकाना पड़ेगा। इसमें कहा गया कि शीघ्र दर्शन के लिए 250 रुपये और भस्म आरती में प्रोटोकॉल के जरिए प्रवेश के लिए 200 रुपये खर्च करने होंगे। साथ ही, 750 रुपये देकर गर्भगृह में भी पूजा-अर्चना की जा सकती है। इस जानकारी ने श्रद्धालुओं में भ्रम पैदा कर दिया और मंदिर समिति के पास कई बार इस बारे में पूछताछ की गई।
मंदिर समिति की स्पष्टीकरण:
दरअसल इस विषय को लेकर महाकालेश्वर मंदिर समिति ने स्पष्ट किया है कि ‘गर्भगृह दर्शन के लिए किसी प्रकार की शुल्क व्यवस्था नहीं है और गर्भगृह में प्रवेश पूरी तरह बंद है।’ वहीं उज्जैन के कलेक्टर और मंदिर समिति के अध्यक्ष नीरज कुमार सिंह का कहना है कि ‘750 रुपये लेकर गर्भगृह में प्रवेश की कोई व्यवस्था नहीं है। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही सूचना पुरानी है।’ दरअसल आपको बता दें की पहले गर्भगृह में प्रवेश के लिए 750 रुपये का शुल्क लिया जाता था, लेकिन अब यह व्यवस्था काफी समय से बंद है।
हालांकि मंदिर समिति के अनुसार, महाकालेश्वर मंदिर में शीघ्र दर्शन के लिए 250 रुपये का टिकट है। इसके अलावा किसी भी प्रकार का शुल्क लेकर दर्शन की कोई और व्यवस्था नहीं है। गर्भगृह में दर्शन पूरी तरह से प्रतिबंधित है। मंदिर में भक्तों के लिए कई अन्य सुविधाएं उपलब्ध हैं, जिनमें विशेष आरती, पूजन और अन्य धार्मिक क्रियाएँ शामिल हैं, लेकिन इन सबके लिए अलग-अलग टिकट और प्रोटोकॉल हैं। वहीं भस्म आरती की भी बुकिंग समिति की साइट पर जाकर ही की ही सकती है।