घर के वास्तु दोष को सरलता से दूर करें, बस करें ये छोटे-छोटे बदलाव

घर के वास्तु दोष को दूर करने के लिए बड़े बदलावों की जरूरत नहीं है। कुछ छोटे-छोटे बदलाव कर के आप अपने घर में सुख और समृद्धि ला सकते हैं।

भावना चौबे
Published on -
Vastu Tips

Vastu Tips: हिंदू धर्म में वास्तु शास्त्र का विशेष महत्व होता है। घर के निर्माण से लेकर घर में किस वस्तु को किस दिशा में रखना चाहिए तक का वर्णन वास्तु शास्त्र में विस्तार से किया गया है। वास्तु शास्त्र में बताए गए नियमों का पालन करने से घर में सुख शांति और समृद्धि बनी रहती है। अगर इन नियमों का पालन न किया जाए तो वास्तु दोष से गुजरना पड़ता है।

घर में वास्तु दोष होने पर कई प्रकार की समस्याएं उत्पन्न हो सकती है। जैसे पारिवारिक कलह, शुभ कार्यों में बाधा, तरक्की रुक जाना, दांपत्य जीवन में तनाव और मानसिक चिंता आदि। इसलिए घर में वास्तु दोष को ठीक करना बेहद जरूरी होता है। इसके लिए आपको कोई पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं है सिर्फ अपने घर में मौजूद कुछ चीजों की स्थिति बदलने से ही वास्तु दोष कम हो सकता है। चलिए इस आर्टिकल के जरिए समझते हैं कि घर की किस-किस वस्तु की जगह बदल देनी चाहिए।

मंदिर को सही दिशा में रखें

घर में मंदिर का गलत दिशा में होना वास्तु दोष का एक प्रमुख कारण बन सकता है। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि मंदिर को सही दिशा में रखा जाए जैसे कि पूर्व उत्तर या उत्तर पूर्व दिशा में। यदि आपका मंदिर पहले से ही सही दिशा में है, तो उसे थोड़ा सा हिलाकर उसकी ऊर्जा को सक्रिय करें। इसके अलावा अगर आप मंदिर में बांसुरी रखते हैं तो यह और भी शुभ माना जाता है। बांसुरी सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती है। ऐसा करने से न सिर्फ वास्तु दोष दूर होगा बल्कि जीवन में सुख समृद्धि भी आएगी।

बेडरूम में बेड की दिशा का रखें ध्यान

दांपत्य जीवन की खुशहाली के लिए बेडरूम में बेड की दिशा का भी विशेष महत्व होता है। बेडरूम में बेड को उत्तर, पश्चिम या उत्तर पश्चिम दिशा में रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है। यदि आपके घर में और भी बेड है तो उन्हें दक्षिण दिशा में रखना चाहिए। अगर आपका बेड पहले से ही सही दिशा में है तो लाल कपड़े में बांधकर उसमें एक हल्दी की गांठ छुपा कर रखना एक शुभ उपाय है यह न केवल आपके बेड की सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाएगा। बल्कि आपका दांपत्य जीवन में प्रेम और सामंजस्य से भी लाएगा। ऐसे छोटे-छोटे उपाय को करने से रिश्ते मजबूत बनते हैं।

इस दिशा में लगाएं शिशा

वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में शीशे की दिशा का बहुत महत्व होता है। पूर्व या उत्तर दिशा में लगा शीशा शुभ माना जाता है, क्योंकि यह दिशाएं सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर होती हैं। यदि आपका शिशा इन दिशाओं में नहीं लगा है, तो इसे बदलने का विचार करें। अगर जगह बदलना संभव नहीं है, तो एक सरल उपाय आप अपना सकते हैं। शीशे के पिछले हिस्से पर कपूर जलाकर जो काजल बनता है उसका टीका लगा दें। यह उपाय शीशे से उत्पन्न होने वाली नकारात्मक ऊर्जा को खत्म करने में मदद करता है और घर में सकारात्मक वातावरण बनाए रखता है।

 


About Author
भावना चौबे

भावना चौबे

इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

Other Latest News