Utpanna Ekadashi 2023 : सनातन धर्म में एकादशी व्रत को विशेष महत्व दिया जाता है। इस व्रत में भगवान विष्णु की पूजा विशेष रूप से की जाती है। यह माना जाता है कि इस दिन व्रत रखने वाले व्यक्ति को भगवान की कृपा प्राप्त होती है। वैसे तो प्रत्येक एकादशी का अपना महत्त्व होता है लेकिन कुछ विशेष एकादशी जैसे निर्जला एकादशी, वैकुण्ठ एकादशी, मोहिनी एकादशी आदि को और भी अधिक महत्त्व दिया जाता है। इसी कड़ी में इस महीने उत्पन्ना एकादशी का व्रत 8 दिसंबर को रखा जाएगा। मान्यता है कि इस दिन शंख की पूजा करने से भक्तों को लाभदायक होता है। आइए जानें विस्तार से…
सामग्री
- एक पवित्र जगह या पूजा स्थल
- शुद्ध कपड़ा
- गंगाजल या पवित्र जल
- धूप, दीप, अगरबत्ती
- रोली, चावल, दुर्वा, फूल, नारियल, बत्ती
पूजन की विधि
- पूजा स्थल को पवित्र बनाएं।
- आप यहां शंख को रखने के लिए एक आसन या पट्टी बिछा सकते हैं।
- शंख को पानी से धोकर साफ करें।
- गंगाजल या पवित्र जल से शंख को अभिषेक करें।
- शंख के चारों ओर रोली या चंदन लगाएं।
- धूप, दीप, अगरबत्ती जलाएं।
- मन्त्रों के साथ शंख का पूजन करें।
- विष्णु सहस्त्रनाम या विष्णु मंत्रों का जाप कर सकते हैं।
- फूल, दुर्वा, नारियल, बत्ती, प्रसाद आदि समर्पित करें।
विष्णु पूजन मंत्र
- ॐ नमो भगवते वासुदेवाय।
- ॐ नमो नारायणाय।
- ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः।
- श्री विष्णु सहस्त्रनाम स्तोत्र।
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