नया साल सिर्फ कैलेंडर बदलने का नाम नहीं होता, बल्कि यह उम्मीदों, योजनाओं और नई शुरुआत का प्रतीक भी होता है। हर कोई चाहता है कि आने वाला साल पिछले साल से बेहतर हो खासतौर पर आर्थिक मामलों में। अगर आप भी चाहते हैं कि साल 2026 आपके लिए धन, सफलता और स्थिरता लेकर आए, तो कुछ छोटे लेकिन प्रभावशाली उपाय आपकी बड़ी मदद कर सकते हैं।
ज्योतिष और वास्तु शास्त्र (Vastu Tips) के अनुसार, साल 2026 सूर्य से विशेष रूप से जुड़ा हुआ माना जा रहा है। सूर्य आत्मबल, यश, सफलता और धन का कारक है। ऐसे में नए साल से पहले घर में सूर्य और धन से जुड़ी कुछ शुभ वस्तुएं लाना न सिर्फ सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाता है, बल्कि लंबे समय तक आर्थिक परेशानियों से राहत दिलाने में भी मदद करता है।
साल 2026 क्यों माना जा रहा है सूर्य का वर्ष?
ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को सभी ग्रहों का राजा कहा गया है। सूर्य आत्मविश्वास, नेतृत्व क्षमता, सम्मान, सरकारी कामों में सफलता और स्थायी धन का प्रतीक है। वर्ष 2026 में सूर्य की स्थिति कई राशियों के लिए विशेष फलदायी मानी जा रही है। यही वजह है कि ज्योतिषाचार्य सलाह देते हैं कि इस साल की शुरुआत सूर्य से जुड़ी शुभ चीजों के साथ की जाए।
सूर्य का मजबूत होना सिर्फ करियर या नाम-यश तक सीमित नहीं रहता, बल्कि इसका सीधा असर व्यक्ति की आर्थिक स्थिति, निर्णय लेने की क्षमता और जीवन में स्थिरता पर भी पड़ता है। इसलिए अगर सूर्य कमजोर हो, तो मेहनत के बावजूद धन रुक जाता है। ऐसे में सूर्य से जुड़ी वस्तुएं घर में रखना बेहद लाभकारी माना जाता है।
तांबे का सूर्य
तांबा सूर्य से सीधा जुड़ा हुआ धातु माना जाता है। वास्तु और ज्योतिष दोनों में तांबे का विशेष महत्व है। माना जाता है कि तांबे से बना सूर्य घर में लगाने से नकारात्मक ऊर्जा नष्ट होती है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है। तांबे का सूर्य हमेशा उत्तर-पूर्व ईशान कोण में लगाएं, जमीन से कम से कम 7 से 8 फीट ऊंचाई पर लगाना शुभ माना जाता है, सूर्य की किरणें अगर इस पर पड़ें, तो फल और भी बेहतर मिलता है। हर सुबह तांबे के सूर्य पर गंगाजल छिड़कें और रोली या कुमकुम से तिलक लगाएं। ऐसा करने से आत्मविश्वास बढ़ता है, मानसिक मजबूती आती है और धन संबंधी निर्णय सही दिशा में जाने लगते हैं।
सूरजमुखी का पौधा
सूरजमुखी का पौधा हमेशा सूर्य की दिशा में घूमता है। यही वजह है कि इसे सकारात्मकता, ऊर्जा और उन्नति का प्रतीक माना जाता है। इसके पीले और लाल रंग के फूल घर के माहौल को जीवंत बना देते हैं। घर की बालकनी, मुख्य द्वार के पास, वर्कप्लेस या ऑफिस डेस्क के पास सूरजमुखी का पौधा जहां भी रखा जाता है, वहां उत्साह, रचनात्मकता और आगे बढ़ने की ऊर्जा बनी रहती है। मान्यता है कि सूरजमुखी का पौधा लगाने से नए अवसर मिलते हैं, काम में रुकावटें कम होती हैं और धीरे-धीरे आय के नए स्रोत बनने लगते हैं।
कुबेर प्रतिमा
हिंदू धर्म में कुबेर को धन का देवता माना गया है। कहा जाता है कि जहां कुबेर की कृपा होती है, वहां धन की कमी नहीं रहती। घर की उत्तर दिशा में ऑफिस या दुकान में भी उत्तर दिशा सर्वोत्तम मानी जाती है, ध्यान रखें कि कुबेर प्रतिमा के सामने कभी गंदगी न हो और वहां हमेशा साफ-सफाई बनी रहे। यह धन का प्रवाह बढ़ता है, फिजूलखर्ची पर नियंत्रण आता है, `बचत और निवेश के मौके मिलते हैं
जल पात्र और फाउंटेन
वास्तु शास्त्र के अनुसार उत्तर दिशा को धन की दिशा माना जाता है। इस दिशा में जल तत्व का होना बेहद शुभ माना जाता है। मिट्टी या तांबे के पात्र में साफ पानी भरें, रोज पानी बदलें, चाहें तो ताजे फूल भी डाल सकते हैं। अगर संभव हो, तो उत्तर दिशा में छोटा सा फाउंटेन भी लगा सकते हैं। इससे घर में धन का प्रवाह लगातार बना रहता है।
चांदी के पात्र में चावल
चावल को अक्षय अन्न माना जाता है और चांदी शुद्धता व समृद्धि का प्रतीक है। इन दोनों का संयोजन धन वृद्धि के लिए बेहद शुभ माना गया है। उत्तर दिशा में चांदी के पात्र में साबुत चावल भरकर रखें, टूटे या पुराने चावल न रखें, हर 6 महीने में चावल बदल दें, इस उपाय से आय के नए रास्ते खुलते हैं और रुका हुआ पैसा वापस आने लगता है।
ध्यान रखें ये बातें
- उत्तर दिशा में भारी अलमारी या सोफा न रखें
- जगह हवादार और रोशनी वाली हो
- यहां नियमित सफाई करें
- उत्तर दिशा जितनी साफ और खुली रहेगी, उतना ही धन का प्रवाह बेहतर होगा।





