कहीं आप भी तो नहीं कर रहे ये 5 बड़ी गलतियां सुबह-सुबह? बनते काम एक झटके में बिगड़ सकते हैं

हर दिन हम जल्दी में घर से बाहर निकलते हैं, कभी ऑफिस, कभी इंटरव्यू या फिर कोई जरूरी काम के लिए। लेकिन क्या आप जानते हैं कि घर से निकलते समय की गई कुछ छोटी-छोटी गलतियां आपके पूरे दिन की किस्मत बदल सकती हैं? वास्तु के अनुसार कुछ चीजें अगर नजरअंदाज हो जाएं तो बनते काम भी बिगड़ सकते हैं।

घर से बाहर निकलते वक़्त कुछ ख़ास बातों का ध्यान रखें, तो आपका दिन अच्छा गुज़र सकता है और आपके कामों में भी सफलता मिल सकती है। लेकिन अगर कुछ छोटी बातों को नज़रअंदाज़ कर दी जाए तो इसका असर आपकी पूरे दिन और काम पर पड़ सकता है। कई बार हम बिना सोचे समझे घर से बाहर निकलते हैं, लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार घर से बाहर जाने से पहले कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए।

यदि आप किसी ज़रूरी काम से बाहर जा रहे हैं या लंबी यात्रा पर निकले हुए हैं, तो आपको ख़ास ध्यान रखना होगा कि दरवाज़े से बाहर निकलते वक़्त इस बात का ख्याल रखना चाहिए, ताकि जिस काम के लिए आप बाहर जा रहे हैं वह पूरा हो सके और सफलता आपको मिल सके। चलिए जानते हैं उन ख़ास वास्तु टिप्स (Vastu Tips) के बारे में, जिन्हें ध्यान में रखकर आप घर से बाहर निकलते वक़्त सफलता की ओर क़दम बढ़ा सकते हैं।

घर से निकलते वक्त न देखें खाली झोली या झाड़ू

कई बार हम जल्दबाज़ी में ऐसा कुछ देख लेते हैं जो हमारे दिन की शुरुआत पर असर डालता है। वास्तु शास्त्र के मुताबिक, जब भी आप घर से बाहर निकलें, तो किसी की खाली झोली, झाड़ू या टूटा सामान न देखें।

इन चीजों को नकारात्मक ऊर्जा से जोड़ा गया है। खासतौर पर झाड़ू को लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है और इसे देखने से धन संबंधी नुकसान की आशंका मानी जाती है। अगर आपको कोई भी ऐसा दृश्य दिख जाए, तो तुरंत कुछ सकारात्मक जैसे फूल, भगवान की तस्वीर या घड़ी की तरफ देखें। इससे नेगेटिव इफेक्ट कम हो सकता है और आपका मनोबल भी बना रहेगा।

बिना मीठा खाए न निकलें घर से बाहर

वास्तु और परंपराओं दोनों में माना गया है कि खाली पेट घर से निकलना शुभ नहीं होता। खासतौर पर जब आप किसी महत्वपूर्ण काम के लिए जा रहे हों। अगर आप इंटरव्यू, परीक्षा या किसी डील के लिए बाहर जा रहे हैं, तो घर से निकलने से पहले थोड़ा सा दही और चीनी खाना बहुत शुभ माना जाता है। इससे मन शांत रहता है और दिन की शुरुआत सकारात्मक होती है। ये परंपरा केवल धार्मिक नहीं, साइकोलॉजिकल रूप से भी फायदेमंद है क्योंकि मीठा खाने से दिमाग में सेरोटोनिन नाम का हॉर्मोन एक्टिव होता है, जो मूड को अच्छा बनाए रखता है।

घर से बाहर निकलते वक्त मुंह न मोड़ें पीछे

बहुत से लोग जब कुछ भूल जाते हैं तो एकदम से मुड़कर वापस अंदर चले जाते हैं। लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार ऐसा करना अशुभ माना गया है। अगर आप कुछ भूल भी जाएं, तो कोशिश करें कि कोई और व्यक्ति वो सामान आपको दरवाज़े तक लाकर दे। दरअसल, पीछे मुड़कर लौटने से आपकी यात्रा या काम में रुकावट आने की आशंका बढ़ जाती है। इसे वास्तु में ऊर्जा का उल्टा बहाव कहा गया है, जिससे आपकी मेहनत भी बेअसर हो सकती है। इसलिए सुबह की भागदौड़ में भी इन छोटी बातों को नजरअंदाज न करें।

दरवाजे पर रखी चप्पलें और बिखरा सामान कर सकता है नुकसान

अगर आपके घर का मुख्य दरवाज़ा अस्त-व्यस्त रहता है या वहां चप्पलें उलटी पड़ी रहती हैं, तो यह नकारात्मकता को बढ़ावा देता है। वास्तु के मुताबिक, घर का मुख्य दरवाजा ऊर्जा का प्रवेश द्वार होता है। ऐसे में वहां गंदगी, जूते-चप्पलों का बिखाव, या टूटे फर्नीचर जैसी चीजें रखना दिनभर की एनर्जी को डिस्टर्ब कर सकता है। जब आप इस तरह के माहौल से बाहर निकलते हैं, तो न चाहते हुए भी दिन की शुरुआत भारीपन और तनाव से होती है। इसलिए दरवाजे के आसपास सफाई रखना और चीजों को ठीक तरीके से रखना जरूरी है।

बिना पूजा या ध्यान किए घर से न निकलें

सुबह-सुबह भगवान का नाम लेकर दिन की शुरुआत करना सिर्फ धार्मिक रस्म नहीं, बल्कि मानसिक सुकून का भी तरीका है। वास्तु के अनुसार, अगर आप घर से निकलने से पहले 2 मिनट भी शांति से बैठकर ईश्वर को याद करते हैं या गहराई से सांस लेते हुए अपने दिन के लिए मन में सकारात्मकता भरते हैं, तो आपका दिन ज्यादा शांत और सफल बन सकता है। खासकर अगर आप किसी तनावभरे काम के लिए निकल रहे हैं, तो यह आदत बहुत फायदेमंद होगी।

Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।

 


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Bhawna Choubey

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इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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