क्या आपको लगता है कि फिश एक्वेरियम बस एक सजावटी चीज़ है? तो ज़रा रुकिए, वास्तु शास्त्र (Vastu Tips) के मुताबिक, एक छोटा सा एक्वेरियम भी आपके जीवन में बड़ा बदलाव ला सकता है। मछलियों की लगातार चलती गतिविधियां न सिर्फ देखने में सुकून देती हैं, बल्कि घर में पॉजिटिव एनर्जी और आर्थिक समृद्धि का रास्ता भी खोलती हैं।
लेकिन ध्यान रहे, अगर एक्वेरियम को गलत दिशा में रखा जाए या इसकी देखरेख में लापरवाही हो, तो इसका उल्टा असर भी झेलना पड़ सकता है। इसलिए ज़रूरी है कि इसे सही दिशा, सही मछलियों और साफ पानी के साथ वास्तु नियमों के अनुसार रखा जाए, तभी मिलेगा इसका पूरा लाभ।
घर में एक्वेरियम रखने से जुड़ी खास वास्तु मान्यताएं
वास्तु एक्सपर्ट्स के मुताबिक, फिश एक्वेरियम घर की नेगेटिव एनर्जी को सोख लेता है और उसकी जगह पॉजिटिव वाइब्स भर देता है। इसे घर के उत्तर-पूर्व (North-East) कोने में रखने की सलाह दी जाती है। ऐसा करने से धन का आगमन बढ़ता है और मानसिक शांति भी बनी रहती है।
साथ ही, ब्लैक गोल्डफिश, सिल्वर फिश और एरोवाना जैसी मछलियां बेहद शुभ मानी जाती हैं। वास्तु कहता है कि घर में 9 मछलियों का एक्वेरियम रखें, जिसमें 8 गोल्डफिश और 1 काली मछली (Black fish) हो। काली मछली बुरी नजर और नेगेटिविटी को सोख लेती है।
ध्यान रहे कि मछलियों की देखभाल नियमित रूप से करनी चाहिए। अगर कोई मछली मर जाए तो तुरंत नई मछली ला लें, वरना इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
फिश एक्वेरियम से जुड़ी धन वृद्धि और करियर ग्रोथ की मान्यताएं
फिश एक्वेरियम को सिर्फ वास्तु में ही नहीं, बल्कि फेंगशुई में भी काफी महत्व दिया गया है। वहां इसे “वेल्थ अट्रैक्टर” यानी धन को आकर्षित करने वाला यंत्र माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि मछलियों का लगातार चलना आपके करियर और व्यापार में मूवमेंट और ग्रोथ का संकेत होता है।
अगर आपका व्यापार ठप हो गया है या करियर में रुकावटें आ रही हैं, तो घर या ऑफिस में एक सही दिशा में रखा एक्वेरियम नई ऊर्जा और मौके ला सकता है। यही वजह है कि कई बिजनेसमैन अपने केबिन में भी एक छोटा एक्वेरियम रखते हैं।
ये गलतियां कर सकती हैं नुकसान
- एक्वेरियम को बेडरूम में या रसोईघर में न रखें।
- गंदी और ठहरी हुई पानी वाली टंकी से पॉजिटिव एनर्जी नहीं, बल्कि बीमारियां फैल सकती हैं।
- खाली टंकी या मरी हुई मछलियां वास्तु दोष बढ़ा सकती हैं।





