Vastu Tips: वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की दीवारों पर कील ठोकना सिर्फ एक सजावटी कार्य नहीं है, बल्कि यह हमारे घर की ऊर्जा को प्रभावित करता है। गलत दिशा में ठोकी गई कील नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित कर सकती है और घर में अशांति और समस्याएं पैदा कर सकती है। वहीं, वास्तु के अनुसार सही दिशा में कील ठोकने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है और घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है। इसलिए, घर में कील ठोकने से पहले वास्तु शास्त्र के नियमों को ध्यान में रखना बहुत जरूरी है।
गृह कीलन
कुछ लोग अपने घर को नकारात्मक ऊर्जा और बाहरी बुरी नजर से बचाने के लिए गृह कीलन करवाते हैं। गृह कीलन एक प्राचीन विधि है जिसमें घर के चारों ओर एक अदृश्य सुरक्षा कवच बनाया जाता है। यह मान्यता है कि इस सुरक्षा कवच के कारण घर में रहने वाले लोग नकारात्मक ऊर्जा, बुरी नजर और अन्य प्रकार के नकारात्मक प्रभावों से सुरक्षित रहते हैं। यह विधि अक्सर वास्तु दोषों को दूर करने और घर में सकारात्मक ऊर्जा लाने के लिए भी की जाती है। गृह कीलन में आमतौर पर मंत्रों का जाप, विशेष सामग्री और धार्मिक अनुष्ठान शामिल होते हैं।
दीवारों का महत्व और कील ठोकने का प्रभाव
गृह कीलन की प्रक्रिया वास्तव में काफी जटिल और विस्तृत होती है। यह सिर्फ कील ठोकने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें कई तरह के धार्मिक अनुष्ठान और मंत्रों का जाप शामिल होता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की हर दीवार का अपना महत्व होता है और इन दीवारों पर कील ठोकने का प्रभाव भी अलग-अलग होता है। इसलिए, यह जानना बहुत जरूरी है कि किस दीवार पर कील ठोकनी चाहिए और किस पर नहीं। वास्तु के अनुसार, कुछ दीवारों पर कील ठोकने से सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है, जबकि कुछ अन्य दीवारों पर कील ठोकने से नकारात्मक ऊर्जा बढ़ सकती है। इसलिए, गृह कीलन करवाने से पहले किसी अनुभवी वास्तु शास्त्री से सलाह लेना बेहद जरूरी है।
उत्तर-पूर्व दिशा में कील ठोकने का प्रभाव
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की एक विशेष दीवार पर लोहे की कील ठोकने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है और घर में धन का आगमन बढ़ता है। यह मान्यता है कि इस दीवार पर कील ठोकने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है और नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव कम होता है। हालांकि, यह जानना बहुत जरूरी है कि आखिर किस दीवार पर कील ठोकनी चाहिए। वास्तु के अनुसार, घर की उत्तर-पूर्व दिशा को धन की दिशा माना जाता है। इस दिशा की दीवार पर लोहे की कील ठोकने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में धन का आगमन होता है।
दक्षिण दिशा में कील ठोकने का प्रभाव
वास्तु शास्त्र में दक्षिण दिशा को यमराज से जोड़कर कील ठोकने की सलाह देने का कोई भी उल्लेख नहीं मिलता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, दक्षिण दिशा को यमराज से जोड़ा जाता है, यह सच है, लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि इस दिशा में कील ठोकने से अकाल मृत्यु का भय नहीं रहेगा। वास्तव में, दक्षिण दिशा में कील ठोकने से नकारात्मक ऊर्जा बढ़ सकती है और घर में अशांति हो सकती है। वास्तु शास्त्र में दक्षिण दिशा को शक्ति और स्थिरता की दिशा माना जाता है। इस दिशा में भारी फर्नीचर या तिजोरी रखने की सलाह दी जाती है। लेकिन दीवार पर कील ठोकने जैसी बात का कहीं भी उल्लेख नहीं मिलता।
(Disclaimer- यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं के आधार पर बताई गई है। MP Breaking News इसकी पुष्टि नहीं करता।)