कड़ा पहनने से पहले जानें ये जरुरी बातें, वरना हो सकता है नुकसान

कड़ा पहनने से पहले कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। सही मेटल का चयन करें, क्योंकि विभिन्न धातुएं अलग-अलग ग्रहों से जुड़ी होती हैं और उनका आपके जीवन पर प्रभाव पड़ सकता है।

Vastu Tips

Vastu Tips: कड़ा पहनना भारतीय संस्कृति में एक गहरा महत्व रखता है आपने भी कभी ना कभी किसी को कड़ा पहनते जरूर देखा होगा या फिर शायद आपने भी कभी ना कभी कड़ा जरूर पहना होगा। यह न केवल एक आभूषण है बल्कि व्यक्ति की आध्यात्मिकता और ज्योतिषीय सिद्धांतों का प्रतीक भी है।

विभिन्न धातुओं से बने कड़े जैसे सोना, चांदी और पीतल अलग-अलग ग्रहों का प्रतिनिधित्व करते हैं और इन्हें पहनने से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो सकता है। लेकिन इन कड़ों को धारण करने से पहले सही जानकारी और विशेषज्ञों की सलाह लेना अत्यंत महत्वपूर्ण है। अन्यथा बिना जानकारी के इन कड़ों को धारण करना नकारात्मक प्रभाव भी डाल सकता है।

कड़ा पहनने के नियम

कड़ा पहनने के कुछ खास नियम होते हैं, जो बहुत महत्वपूर्ण है जैसे यज्ञोपवीत पहनने के नियम होते हैं वैसे ही कड़ा पहनने के भी होते हैं कई लोग जब कड़ा पहन लेते हैं तो उसके बाद कुछ गलत काम करने लगते हैं। यह उनके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। इसलिए कड़ा पहनने से पहले यह ध्यान रखना जरूरी है कि आप सही तरीके से और अच्छे कामों में लग रहे। इससे कड़ा पहनने के लाभ मिलेंगे और जीवन में सकारात्मक बनी रहेगी।

कड़ा पहनने से पहले ज्योतिषीय सलाह लें

कड़ा पहनने के कुछ नुकसान भी होते हैं जिनमें से एक है लोहे, स्टील या जर्मन का कड़ा शनिदेव का प्रतीक माना जाता है। ज्योतिष के अनुसार शनि यदि कुंडली में किसी स्थान पर होता है तो उस स्थान को बलवान माना जाता है। लेकिन यदि वहां पहले से चंद्र या शनि के शत्रु ग्रह है तो यह व्यक्ति के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इसलिए शनि का कड़ा पहनते समय विशेष सावधानी बरतना जरूरी है। कड़ा पहनने से पहले अपने ज्योतिषीय से सलाह लेना उचित रहेगा, ताकि आपको उसके प्रभावों के बारे में सही जानकारी मिल सके।

कड़ा पहनने का पहला फायदा

कड़ा पहनने के कई फायदे होते हैं, जिनमें से पहला फायदा यह है की पीतल और तांबे के मिश्रण से बना कड़ा पहनने से गुरु, मंगल और चंद्र ग्रह शक्तिशाली होते हैं। जब व्यक्ति पीतल का कड़ा पहनता है, तो गुरु की शक्ति बढ़ती है। वहीं, तांबे का कड़ा पहनने से मंगल की ऊर्जा में वृद्धि होती है, चांदी के कड़े से चंद्र ग्रह मजबूत होता है। इन तीनों ग्रहों की अच्छी स्थिति व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में मदद करती है। जैसे कि करियर में उन्नति, समृद्धि और सुख शांति।

कड़ा पहनने का दूसरा फायदा

कड़ा पहनने का दूसरा फायदा यह हो सकता है कि इसे हनुमान जी का प्रतीक माना जाता है। जब व्यक्ति पीतल या धातु से बने कड़े को पहनता है तो यह न केवल उन्हें हनुमान जी की कृपा से जोड़ता है। बल्कि सभी तरह की नकारात्मक शक्तियों को दूर करता है। ऐसे कड़े पहनने से व्यक्ति में मानसिक और आत्मिक शक्ति का विकास होता है, जिससे वह चुनौतियों का सामना करने में सक्षम होता है।

कड़ा पहनने का तीसरा फायदा

कड़ा पहनने का तीसरा फायदा यह है कि यह व्यक्ति की सभी तरह की बीमारियों से रक्षा करता है। अगर कोई व्यक्ति बार-बार बीमार रहता है, तो उसे हाथों में अष्टधातु से बने कड़े को पहनना चाहिए। ऐसा करने से उसकी सेहत में सुधार होता है और वह बीमारियों से दूर रहता है। खासतौर पर मंगलवार के दिन हनुमान जी के मंदिर में जाकर पूजा-पाठ करना चाहिए। इसके बाद कड़ा पहनने से हनुमान जी की कृपा प्राप्त होती है। जिससे व्यक्ति को शक्ति और बेहतर स्वास्थ्य का आशीर्वाद मिलता है।

Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।


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भावना चौबे

भावना चौबे

इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं। मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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