Vastu Tips: पशु-पक्षियों का हमारे जीवन और घरों पर गहरा प्रभाव पड़ता है। वास्तु शास्त्र में इनके निवास स्थान और दिशाओं को लेकर विस्तृत नियम बताए गए हैं। तोता एक लोकप्रिय पालतू पक्षी है जो अपनी बुद्धिमत्ता, बोलने की क्षमता और रंगीन सुंदरता के लिए जाना जाता है। लेकिन क्या घर में तोता पालना शुभ होता है? इसका उत्तर वास्तु और ज्योतिष दोनों दृष्टिकोणों से देखा जा सकता है।
घर में तोता पालना चाहिए या नहीं ?
वास्तु शास्त्र, प्राचीन भारतीय विज्ञान, जो घरों और इमारतों में सकारात्मक ऊर्जा बनाने पर केंद्रित है, तोते को शुभ पक्षी मानता है। तोते को लक्ष्मी जी का प्रतीक माना जाता है, जो धन-वैभव और समृद्धि प्रदान करते हैं। वास्तु के अनुसार, पूर्व दिशा में तोते का पिंजरा रखने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है और घर में खुशहाली आती है। तोते की बोलचाल नकारात्मक ऊर्जा को दूर करती है और मन को शांत करती है। बच्चों के लिए, तोते को बुद्धि और ज्ञान का प्रतीक माना जाता है।
किस दिशा में पालना चाहिए तोता?
घर में तोता पालना एक लोकप्रिय प्रथा है। तोते अपनी बुद्धिमत्ता, बोलने की क्षमता और रंगीन सुंदरता के लिए जाने जाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि वास्तु शास्त्र के अनुसार तोते को किस दिशा में रखना शुभ माना जाता है? वास्तु शास्त्र में, दिशाओं का महत्वपूर्ण स्थान होता है। तोते को उत्तर या पूर्व दिशा में रखना शुभ माना जाता है। उत्तर दिशा बुध ग्रह की दिशा होती है, बुद्धि और ज्ञान का प्रतीक, बच्चों की पढ़ाई में मददगार, सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह। वहीं अगर पूर्व दिशा की बात की जाए तो पूर्व दिशा सूर्य देव की दिशा होती है, शक्ति और सफलता का प्रतीक, समृद्धि और खुशहाली लाने वाली, नई शुरुआत और सकारात्मक बदलाव।
इन बातों का रखें ध्यान
तोता सिर्फ एक पक्षी नहीं, बल्कि खुशी और सकारात्मकता का प्रतीक है। पिंजरे में तोता घर में जीवंतता और मनोरंजन लाता है, लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि तोता खुश रहे। वास्तु के अनुसार, अगर तोता दुखी या बीमार है, तो घर में नकारात्मक ऊर्जा आ सकती है। तोते को प्यार, देखभाल और ध्यान दें। उनके पिंजरे को साफ और स्वच्छ रखें, उन्हें नियमित रूप से स्नान कराएं, और उन्हें पर्याप्त भोजन और पानी प्रदान करें। खुश तोता घर में सकारात्मक ऊर्जा और खुशहाली लाएगा।
(Disclaimer- यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं के आधार पर बताई गई है। MP Breaking News इसकी पुष्टि नहीं करता।)