किचन में इन दो रंगों की टाइल्स लगवाना लाता है बरकत, बढ़ाता है धन और समृद्धि

अगर आप अपने घर में सुख-समृद्धि और बरकत चाहते हैं, तो वास्तुशास्त्र के अनुसार किचन में इन दो खास रंगों की टाइल्स लगवाना बेहद शुभ माना जाता है। यह न सिर्फ पॉजिटिव एनर्जी बढ़ाते हैं, बल्कि घर की आर्थिक स्थिति भी मजबूत होती है।

कई लोग किचन को सिर्फ खाना बनाने की जगह मानते हैं, लेकिन वास्तु शास्त्र (Vastu Tips) कहता है कि ये घर की ऊर्जा का सबसे प्रभावशाली केंद्र होता है। यहां की सजावट, रंग और दिशा, सभी चीज़ें आपकी आर्थिक स्थिति और मानसिक शांति पर असर डालती हैं। खासकर टाइल्स के रंग अगर सही हों, तो यह घर में पॉजिटिव एनर्जी बनाए रखते हैं।

वास्तु विशेषज्ञों के अनुसार, किचन में हलका हरा और हलका पीला रंग की टाइल्स लगवाना बेहद शुभ माना जाता है। ये रंग न सिर्फ सुंदरता बढ़ाते हैं, बल्कि घर में सुख, शांति और समृद्धि भी लेकर आते हैं।

क्यों खास हैं हलका हरा और हलका पीला रंग?

1. हलका हरा रंग

हलका हरा रंग प्रकृति से जुड़ा हुआ होता है। यह मन को शांत करता है और थकान को दूर करता है। जब आप किचन में हलके हरे रंग की टाइल्स लगवाते हैं, तो वहां काम करते समय मन खुश रहता है और मानसिक तनाव कम होता है। यह रंग रसोई को ताजगी से भर देता है और घर के माहौल को भी सकारात्मक बनाता है।

2. हलका पीला रंग

हलका पीला रंग सूर्य की रोशनी की तरह होता है, उजाला, ऊर्जा और नई शुरुआत का प्रतीक। यह रंग किचन में पॉजिटिविटी फैलाता है और आर्थिक स्थिति को बेहतर करने में मदद करता है। यह रंग मन को प्रसन्न करता है और घर के सदस्यों में आपसी मेलजोल और खुशी बनाए रखता है। वास्तु के अनुसार, हलके पीले रंग की टाइल्स लगाने से घर में धन की स्थिरता आती है।

3. रंगों का संतुलन बढ़ाए प्रभाव

अगर आप वास्तु के हिसाब से किचन को सही बनाना चाहते हैं, तो हलका हरा और हलका पीला रंग एक बेहतरीन संयोजन हो सकता है। इन दोनों रंगों का संतुलन न सिर्फ देखने में आकर्षक होता है, बल्कि मानसिक रूप से भी संतुलन बनाए रखता है। खास बात ये है कि ये रंग दक्षिण-पूर्व दिशा के अनुकूल माने जाते हैं, जो कि किचन के लिए सबसे उचित दिशा मानी जाती है।

Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।


About Author
Bhawna Choubey

Bhawna Choubey

इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

Other Latest News