हमारे रोजमर्रा के जीवन में रोटी बनाना एक आम प्रक्रिया है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसी साधारण लगने वाले काम में अगर थोड़ी सी लापरवाही हो जाए, तो इसका असर आपके पूरे घर के माहौल और किस्मत पर पड़ सकता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कुछ खास समय और स्थितियों में रोटी बनाना अशुभ माना गया है।
आज के समय में भले ही लोग इन बातों को अंधविश्वास समझ लें, लेकिन पुराने समय से घर की रसोई को पवित्र स्थान माना गया है। रोटी बनाना सिर्फ पेट भरने का काम नहीं बल्कि ऊर्जा और परिवार के स्वास्थ्य से भी जुड़ा हुआ है। इसीलिए, जानिए वो गलतियां जो रोटी बनाते समय नहीं करनी चाहिए।
रोटी बनाना कब होता है अशुभ?
1. सूर्यास्त के बाद रोटी बनाना माना जाता है अशुभ
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सूर्यास्त के बाद यानी शाम ढलने के बाद रोटी बनाना अशुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि सूर्य अस्त होते ही नकारात्मक शक्तियां सक्रिय हो जाती हैं और इस समय भोजन बनाना घर में दरिद्रता लाने का संकेत होता है। खासतौर पर बिना जरूरत के रात में रोटी बनाना आर्थिक नुकसान का कारण बन सकता है।
2. अशुद्ध अवस्था में रोटी बनाना देता है नकारात्मक ऊर्जा
अगर कोई व्यक्ति गुस्से में हो, अशुद्ध कपड़े पहने हो या मन-मस्तिष्क अशांत हो तो ऐसे में रोटी बनाना शुभ नहीं होता। कहा जाता है कि रसोई में काम करने वाला व्यक्ति जितना शांत, स्वच्छ और सकारात्मक रहेगा, उतनी ही घर की ऊर्जा सकारात्मक बनी रहेगी। अशुद्ध अवस्था में बनाया गया खाना न केवल स्वास्थ्य को बिगाड़ता है, बल्कि पारिवारिक कलह भी बढ़ा सकता है।
3. रोजाना बासी रोटी खाना कर सकता है लक्ष्मी का अपमान
रोज बासी रोटी बनाना या खाना भी धार्मिक दृष्टिकोण से सही नहीं माना जाता। मां अन्नपूर्णा और लक्ष्मी का अपमान होता है जब ताजे भोजन की बजाय हम आलस्य के कारण बासी खाना खाते हैं। यह आदत धीरे-धीरे घर में धन की कमी और बीमारियों को न्योता देती है।
क्या करें ताकि रोटी से मिले शुभ फल?
- रोटी बनाते समय साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें।
- भोजन बनाते समय मन को शांत रखें और सकारात्मक विचारों के साथ खाना बनाएं।
- कोशिश करें कि सुबह या दोपहर में ही रोटी बनाई जाए।
- हर दिन पहली रोटी गाय के लिए और आखिरी रोटी कुत्ते के लिए निकालें, इससे घर में बरकत बनी रहती है।





