आज के समय में बिजली का महत्व इतना ज़्यादा बढ़ चुका है कि इसके बिना जीवन जीने की कल्पना करना भी बहुत मुश्किल है. हमारे दिन भर के आधे से ज़्यादा काम बिजली पर निर्भर है, जैसे ही कुछ देर के लिए बिजली जाती है तो पूरे घर में सन्नाटा छा जाता है, सभी लोगों के काम रुक जाते हैं. इसी के चलते हर घर में बिजली मीटर भी लगे रहते हैं.
जब भी बिजली विभाग के कर्मचारी घर पर मीटर लगाने के लिए आते हैं, तो वे अपने हिसाब से कोई भी जगह चुनकर मीटर टाँगकर चले जाते हैं. आपने भी कभी शायद इस बात पर कभी ग़ौर नहीं किया होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ग़लत दिशा में लगाया गया मीटर आपके जीवन में कितने उतार चढ़ाव ला सकता है.
किस दिशा में होना चाहिए बिजली का मीटर (Vastu Tips)
जिस तरह वास्तु शास्त्र में घर की चीज़ों के बारे में तरह-तरह के नियम बताए गए हैं, उसी तरह मीटर को लेकर भी कई नियम बताए गए हैं. वास्तु शास्त्र में दिशा का कितना महत्व है, यह तो बताने की आवश्यकता ही नहीं है, इसलिए मीटर को सही दिशा में लगवाना बहुत ज़रूरी होता है. चलिए जानते हैं कि वास्तु शास्त्र में मीटर को लेकर क्या नियम बताए गए हैं.
वास्तु शास्त्र के अनुसार देखा जाए तो बिजली के मीटर को लगाने के लिए सबसे उत्तम दिशा ईशान कोण या आग्नेय कोण को माना जाता है. इन दोनों दिशाओं को अग्नि तत्व की दिशा माना जाता है. इसके अलावा ईशान कोण यानी उत्तर पूर्व दिशा को धन संपत्ति से जोड़कर देखा जाता है, जबकि आग्नेय कोण यानी दक्षिण पूर्व दिशा को सेहत से जोड़कर देखा जाता है. अगर आपका मीटर इन दोनों दिशाओं में नहीं लगा है तो उसे हटवाकर इन दिशाओं में लगवा लें.
सही दिशा में न हो बिजली का मीटर तो क्या होता है
सही दिशा में मीटर न लगवाने की वजह से कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है, जैसे परिवार में किसी सदस्य की तबीयत बार बार ख़राब हो सकती है, परिवार के लोगों के बीच कलह कलेश बढ़ सकता है, धन हानि हो सकती है, मेहनत के बावजूद भी सफलता नहीं मिल पाती है. मेहनत से कमाया गया पैसा धीरे धीरे ख़त्म होने लगता है.
Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।