Ratna Shastra: हर व्यक्ति सोना चांदी और हीरे मोती के रत्न पहनना पसंद करता है। आजकल तो यह आम जन जीवन की जिंदगी का बहुत जरूरी हिस्सा बन गया है। हालांकि, कोई सा भी रत्न धारण करने से पहले अगर व्यक्ति ज्योतिष की सलाह ले तो वह उसके लिए ज्यादा फायदेमंद होता है क्योंकि उसे यह पता चल सकता है कि कौन सा रत्न कब, कहां और कैसे धारण करना उसके लिए बेहतर होगा।
अंगूठियां हम में से लगभग सभी लोग पहनते हैं और इनका हमारे जीवन पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह का प्रभाव पड़ता है। कई बार अगर हम चीजों को नजरअंदाज करें तो यह आगे चलकर हमें बुरे परिणाम दे सकती है। चलिए आज हम आपको बताते हैं कि आपको किस धातु की अंगूठी कौन सी उंगली में धारण करना चाहिए जिससे आपको शुभ परिणाम मिलेंगे। रत्न शास्त्र की माने तो हर उंगली पर एक विशेष धातु की अंगूठी पहनी जाती है जो शुभ परिणाम देने का काम करती है लेकिन अगर इसकी जगह कोई और धातु धारण की जाए या गलत धातु को गलत उंगली में धारण किया जाए तो विपरीत परिणाम मिल सकते हैं।
सोना
सोने की अंगूठी जो लोग धारण करना चाहते हैं उन्हें अपनी तर्जनी उंगली में इसे धारण करना चाहिए। इस उंगली में सोने की अंगूठी धारण करना काफी शुभ माना जाता है।
लोहा
जिन लोगों को लोहे की अंगूठी धारण करना है, वह इसे मध्यमा में पहनें इससे उन्हें शुभ परिणाम मिलेंगे।
तांबा
अगर आप तांबे की अंगूठी पहनना चाहते हैं तो इसे अनामिका में पहनना शुभ माना जाता है और ऐसा कहा जाता है कि अनामिका में पहनी गई यह अंगूठी व्यक्ति को शुभ परिणाम देती है।
चांदी
चांदी की अंगूठी धारण करने के लिए कनिष्ठा उंगली सबसे अच्छी बताई जाती है। इस उंगली में चांदी की अंगूठी धारण करते हैं उन्हें हर क्षेत्र में लाभ मिलता है और वह शुभ परिणाम की प्राप्ति करते हैं।
अगर आप तनाव से ग्रस्त हैं और इससे छुटकारा पाना चाहते हैं तो आपको अपनी छोटी उंगली में चांदी की अंगूठी धारण करना चाहिए। अंगूठी के प्रभाव से धीरे-धीरे सकारात्मक बढ़ेगी और आप तनाव से मुक्त हो जाएंगे।
Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।