प्रेमानंद जी महाराज (Premanand Maharaj) का प्रवचन सुनने के लिए लोग दूर दूर से आते हैं. सोशल मीडिया पर भी उनकी वीडियो ख़ूब वायरल होती है, उनकी बातों को सुनना सबको बहुत पसंद है. हर कोई अपने मन की उलझनों को सुलझाने के लिए प्रेमानंद जी महाराज के पास पहुँचता है, प्रेमानंद जी महाराज के बताए गए मार्गदर्शन पर चलकर हर व्यक्ति अपने जीवन को ख़ुशहाल बनाता है. प्रेमानंद जी महाराज बहुत ही सरल और साधारण जीवन जीते हैं, वे लोगों को भी हमेशा सरल रहने की ही सलाह देते हैं.
प्रेमानंद जी महाराज सभी के प्रश्नों के उत्तर बड़ी ही सहजता के साथ देते हैं. वे जीवन की बड़ी से बड़ी परेशानियों का समाधान कुछ इस तरह देते हैं कि हर एक व्यक्ति अपने आपको उनके पास जाकर धन्य समझने लगता है. ऐसे ही एक बार एक महिला ने प्रेमानंद जी महाराज से पूछा, कि परिवार में किसी झूठे और छल कपट करने वाले सदस्य के साथ क्या किया जाए.

रिश्तों में समझदारी से काम लें
इस सवाल का जवाब देते हुए प्रेमानंद जी महाराज ने कहा, कि हमें सबसे पहले यह देखना चाहिए कि उस व्यक्ति से हमारा क्या संबंध है, क्योंकि जीवन में हर व्यक्ति के कई प्रकार के संबंध होते हैं, और कौन सा संबंध कैसा है उससे उसका अधिकार पता चलता है. कोई सम्बंध ऐसे होते हैं जिनका सार्वजनिक तौर पर जवाब देना सही होता है वहीं कुछ संबंध ऐसे भी होते हैं जिनका सार्वजनिक जवाब देना सही नहीं माना जाता है. यह बात सुनने के बाद महिला ने प्रेमानंद जी महाराज को बताया कि महाराज में अपने भाई की बात कर रही हूँ, मेरा भाई छल कपट करता है.
शादी के बाद संतुलन बनाना जरूरी
प्रेमानंद जी महाराज ने उस महिला से कहा है कि अगर आपकी शादी हो चुकी है, तो आपको अपने मायके पक्ष में ज़्यादा ध्यान देने की आवश्यकता नहीं है, आपको इस बात से फ़र्क नहीं पड़ना चाहिए, की आपके मायके में कौन क्या कर रहा है. प्रेमानंद जी महाराज ने यह भी कहा कि शादी के बाद अपने माता पिता और भाई से मधुर रिश्ता बनाए रखना बहुत ज़रूरी होता है लेकिन उनके रिश्तों में ज़्यादा घुसना ना सिर्फ़ आपके मायके पक्ष बल्कि ससुराल पक्ष में भी रिश्ता ख़राब कर सकता है.
बिना विवाद के समझदारी से हल निकालें
इतना ही नहीं प्रेमानंद जी महाराज नहीं उस महिला की मन की उलझन को सुलझाने के लिए यह भी कहा कि अगर आपको लग रहा है कि आपका भाई क्या न सिर्फ़ आपके साथ छल कपट कर रहा है बल्कि आपके माता पिता को भी अच्छे से नहीं रख रहा है उन्हें परेशान कर रहा है, माता पिता व भाई के साथ रहकर ख़ुश नहीं, तो उसका समाधान यह है कि आप अपने माता पिता को अपने पास रखने का विचार करें, लेकिन इस बात का ध्यान रखना बहुत ज़रूरी है कि आपकी इस विचार में आपके पति का भी समर्थन होना चाहिए, वरना आपका रिश्ता अपने ससुराल पक्ष में बिगड़ सकता है. इस तरह समझदारी और सूझ-बूझ के साथ बिना बहस करें, बिना लड़ाई-झगड़ा किये आप इस उलझन से बाहर निकल सकते हैं.
Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।