Diwali: हिंदू धर्म में दीपावली के त्यौहार का विशेष महत्व माना गया है। यह त्यौहार हर साल कार्तिक मास की अमावस्या को धूमधाम के साथ मनाया जाता है। अंधकार पर रोशनी की जीत के इस त्यौहार को देशभर में बड़े स्तर पर मनाया जाता है। इस दिन भगवान गणेश माता लक्ष्मी और माता सरस्वती की पूजन करने का विधि विधान है। इस साल यह त्यौहार 31 अक्टूबर को धूमधाम से मनाया जाएगा।
दीपावली को लेकर सभी के घरों में कई दिनों पहले से तैयारी होने लगती है। ग्यारस यानी कि रमा एकादशी से इस त्यौहार की शुरुआत हो जाती है जो भाई दूज तक चलता है। इस दौरान सभी अपने घरों को सजाते हैं ताकि माता लक्ष्मी को प्रसन्न किया जा सके। सभी लोग अपने घरों में माता लक्ष्मी के चरण भी लगाते हैं। चलिए आज हम आपको बताते हैं कि यह चरण आपको कहां और कैसे लगानी चाहिए।
दिवाली पर माता लक्ष्मी के चरण (Diwali)
माता लक्ष्मी को धन, सौभाग्य और समृद्धि का प्रतीक माना गया है। जिस व्यक्ति पर माता लक्ष्मी की कृपा बन जाती हैं। उसका जीवन सुख, समृद्धि, धन दौलत और बरकत से भरा रहता है। दिवाली पर माता के चरण चिन्ह लगाए जाते हैं जिस घर में लक्ष्मी के प्रवेश का प्रतीक माना जाता है। चलिए इन्हें लगाने का सही तरीका जानते हैं।
कहां लगाएं
अधिकतर लोग अपने घर के मुख्य दरवाजे पर माता लक्ष्मी के चरण लगाते हैं। आप चाहे तो घर के मंदिर या फिर जहां भगवान स्थापित है वहां भी चरण लगा सकते हैं। माता के चरणों को दरवाजे के बीचों बीच लगने की जगह अगर साइड में लगाएंगे तो अच्छा रहेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि चरण लगाने के बाद हम उसे पर से निकल जाते हैं। साइड में लगे चरण पर किसी के पैर नहीं पड़ेंगे।
कैसे बनाएं
अगर आपको माता लक्ष्मी के चरण बनाने हैं तो आप चावल के आटे या फिर आलता का इस्तेमाल कर सकते हैं यह दोनों ही चीज शुभ मानी गई है। यह बात ध्यान रखें की माता के चरण अंदर की तरफ आते हुए होने चाहिए।
ना करें ये गलती
जब आप माता लक्ष्मी के चरण बना रहे हैं, तो इनका मुख हमेशा घर के अंदर जाते हुए होना चाहिए। कभी भी घर के बाहर जाते हुए चरण नहीं लगना चाहिए इससे माता लक्ष्मी हमारा घर छोड़कर दूसरी जगह चली जाती हैं।
Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।