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Sun, Dec 21, 2025

सावन में क्यों लगाई जाती है मेहंदी, जानें महत्व व वैज्ञानिक कारण!

Written by:Sanjucta Pandit
Published:
इस महीने में हरे रंग का बहुत अधिक महत्व है। सुहागिन महिलाएं हाथ में हरी चूड़ियां पहनती हैं। इसके अलावा, मेहंदी लगाना और हरे रंग का वस्त्र धारण करना भी महत्वपूर्ण माना जाता है।
सावन में क्यों लगाई जाती है मेहंदी, जानें महत्व व वैज्ञानिक कारण!

सावन का महीना कल यानी 11 जुलाई से शुरू हो चुका है। इस दौरान कावड़ यात्रा का भी काफी अधिक महत्व है, जो कि सनातन धर्म में एक प्राचीन हिंदू तीर्थ यात्रा है, जिसमें शिव के भक्त नदी का जल भरकर शिवालयों में अर्पित करते हैं। इस दौरान वह भोलेनाथ के जयकारे लगाते हैं। एक महीने चलने वाला यह महीना कई वजह से खास होता है। इस महीने में हरे रंग का बहुत अधिक महत्व है। सुहागिन महिलाएं हाथ में हरी चूड़ियां पहनती हैं। इसके अलावा, मेहंदी लगाना और हरे रंग का वस्त्र धारण करना भी महत्वपूर्ण माना जाता है।

मान्यता है कि इस दौरान पूजा अर्चना करने पर भक्त की सारी समस्याएं दूर हो जाती हैं। भगवान को प्रसन्न करने का यह अति शुभ महीना माना जाता है।

हरे रंग का महत्व

सावन के महीने में हरे रंग का काफी अधिक महत्व होता है। महिलाएं इस दौरान मेहंदी भी लगती हैं, कई महिलाएं तो कपड़े और चूड़ियां भी हरी पहनती हैं। इस महीने में मेहंदी लगाना बहुत ही शुभ माना जाता है। इस दौरान मेहंदी के डिजाइन ट्रेड करते हैं, लेकिन आज हम आपको बताएंगे कि सावन के महीने में मेहंदी लगवाना केवल एक परंपरा नहीं बल्कि फैशन के साथ-साथ इसका माता पार्वती के साथ भी गहरा कनेक्शन है।

धार्मिक मान्यता

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, माता पार्वती ने सावन के महीने में भगवान शिव को पाने के लिए कठोर तपस्या की थी। इसलिए महिलाएं, खासकर कुंवारी लड़कियां, सावन के महीने में आने वाले हर सोमवार को व्रत रखती हैं ताकि उन्हें भगवान शिव जैसा पति मिल सके। इस दौरान वह मेहंदी भी लगती हैं। दरअसल, मान्यता है कि हाथों पर सावन के महीने में मेहंदी लगाने से माता पार्वती की विशेष कृपा मिलती है, ऐसे में उनका आशीर्वाद भी भक्तों पर बना रहता है।

मिलती है कृपा

यूं तो हम सभी जानते हैं कि मेहंदी को सुहाग का प्रतीक माना जाता है। यह सोलह श्रृंगार का एक हिस्सा है। मान्यताओं के अनुसार, सावन के महीने में मेहंदी लगाने से सौभाग्यवती रहने का आशीर्वाद स्वयं शंभू द्वारा प्राप्त होता है। इसके अलावा, पति की उम्र लंबी होती है, इसलिए महिलाएं इस महीने में मेहंदी अवश्य लगाती हैं।

प्रकृति से जुड़ाव

इसके अलावा, सावन के महीने में मेहंदी लगाना प्राकृतिक से जुड़ा कनेक्शन भी माना जाता है क्योंकि इस महीने में बारिश का दौर जारी रहता है। ऐसे में चारों ओर हरियाली रहती है। मेहंदी का हरा रंग इसी का प्रतीक माना जाता है, और यह भगवान शिव का भी प्रिय रंग है। इसलिए मेहंदी लगाना शुभ माना जाता है।

वैज्ञानिक कारण

केवल इतना ही नहीं, धार्मिक और पौराणिक मान्यताओं के अलावा सावन में मेहंदी लगाने का वैज्ञानिक कारण भी है। दरअसल, मेहंदी मौसमी बीमारियों से राहत दिलाने में मदद करती है। यह शरीर की गर्मी को दूर करने का काम करती है, जिससे मन को शांति प्राप्त होती है। ऐसे में बरसात के दिनों में मानसिक तनाव सहित अन्य बीमारियों से जूझ रही महिलाओं को अवश्य ही मेहंदी लगाना चाहिए।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)