Radha Ashtami: हिंदू धर्म में व्रत और त्योहारों का काफी ज्यादा महत्व माना गया है। इनमें से एक त्यौहार राधा अष्टमी का भी है। जिसे कृष्ण प्रिया राधा रानी के जन्मदिन के उपलक्ष में धूमधाम से मनाया जाता है। भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को हर साल राधा रानी का जन्मोत्सव मनाया जाता है।
इस बार राधा अष्टमी का त्योहार 11 सितंबर यानी की आज मनाया जा रहा है। इस दिन अगर नियम, धर्म और शुभ मुहूर्त में राधा रानी की पूजन की जाए तो न सिर्फ देवी राधा बल्कि भगवान श्री कृष्ण की कृपा भी बरसती है। चलिए आज हम आपको पूजन के शुभ मुहूर्त, विधि और भोग बताते हैं।
राधाष्टमी का मुहूर्त
राधा अष्टमी का शुभ मुहूर्त 11 सितंबर की सुबह 11:03 से दोपहर 1:32 तक रहने वाला है। वैसे अष्टमी तिथि की बात करें तो यह 10 सितंबर को रात 10:11 से शुरू हो चुकी है जो आज की रात 11:46 तक रहेगी।
कैसे करें पूजन
- सबसे पहले भगवान के समक्ष दीप प्रज्वलित करें। इसके बाद राधा रानी और श्री कृष्ण की तस्वीर या प्रतिमा स्थापित करें।
- अब राधा रानी का पंचामृत अभिषेक करें।
- इसके बाद धूप, दीप और कपूर प्रजवल्लित करें।
- अगर आप राधा रानी और श्री कृष्ण की कृपा पाना चाहते हैं तो आपको राधा अष्टक्षर का पाठ करना चाहिए।
- पाठ करने के बाद राधा जी को पुष्प, फल, मिठाई और अन्य भोग सामग्री अर्पित करें।
- पूजन पूर्ण करने के बाद आरती करें और प्रसाद वितरित कर दें।
लगाएं इन चीजों का भोग
मान्यताओं के मुताबिक राधा अष्टमी पर राधा रानी और श्री कृष्ण को रबड़ी और मालपुआ का भोग लगाना चाहिए। ऐसा करने से वैवाहिक जीवन में मिठास बढ़ती है। इससे व्यक्ति के जीवन में प्रेम का आगमन होता है।
करें ये उपाय
शादी का उपाय
जिन लोगों के विवाह में दिक्कत आ रही है उन्हें राधा अष्टमी पर राधा जी को गुलाब का फूल अर्पित करना चाहिए। इसके साथ राधा जी के मंत्र का जाप करें। ऐसा करने से विवाह के योग बनने लगेंगे।
प्रेम विवाह का उपाय
अगर आप प्रेम विवाह करना चाहते हैं लेकिन कोई बाधा उत्पन्न हो रही है। इसके लिए राधा अष्टमी के दिन चंदन की स्याही से एक भोजपत्र पर अपने प्रेमी-प्रेमिका का नाम लिख दें। अब यह भोजपत्र आपको राधा कृष्ण मंदिर में अर्पित करना है। ऐसा करने से आपको मनचाहा जीवन साथी मिल जाएगा।
सुख समृद्धि और सौभाग्य
अगर आप अपने जीवन में सुख समृद्धि और सौभाग्य पाना चाहते हैं। तो राधा रानी को हल्दी, कुम कुम, अक्षत और वैजयंती का फूल अर्पित करें। स्त्रियों को खासतौर पर यह उपाय करना चाहिए क्योंकि इससे उन्हें सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
तिल का दान
जो लोग ग्रह दोष से परेशान है और अड़चनों का सामना कर रहे हैं। राधा अष्टमी के दिन उन्हें गुप्त रूप से तिलका दान करना चाहिए। कुंवारी लड़कियों को इस दिन सुगंधित इत्र और श्रृंगार की वस्तुएं दान देनी चाहिए।
Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।