Tue, Dec 30, 2025

रविवार के दिन विधि-विधान से करें सूर्य देव की पूजा, करियर और पारिवारिक जीवन में मिलेगी सफलता

Written by:Sanjucta Pandit
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शास्त्रों में यह बताया गया है कि सूर्य देव वेदों की आत्मा कहलाते हैं। साथ ही यह नवग्रहों के राजा भी है और पंचदेव में इनका खास स्थान है। भगवान सूर्य को यश, सौभाग्य, सुख-समृद्धि, तेज और करियर के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है।
रविवार के दिन विधि-विधान से करें सूर्य देव की पूजा, करियर और पारिवारिक जीवन में मिलेगी सफलता

Surya Dev Puja : भारत में सभी देवी-देवताओं को काफी ज्यादा महत्वपूर्ण माना जाता है। यहां हर गली मोहल्ले में मंदिर मिल जाएंगे, जिसमें अलग-अलग भगवानों की पूजा की जाती है। हिंदू धर्म में हर एक भगवान के लिए कोई ना कोई दिन सुनिश्चित किया गया है। इसी कड़ी में रविवार का दिन सूर्य देव को समर्पित है। इस दिन सुबह उठकर नहाने के बाद भगवान को अर्घ्य देने वाले भक्तों पर उनकी सदैव कृपा दृष्टि बनी रहती है। भगवान सूर्य को यश, सौभाग्य, सुख-समृद्धि, तेज और करियर के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है।

नवग्रहों के राजा

सूर्य को प्रकाश का प्रतीक माना जाता है। इनकी रोशनी धरती पर अंधेरे को दूर करती है, जिससे मानव सभी कार्य को निर्धारित समय से कर पाते हैं। दिन में उजाला करने के बाद रोज की तरह यह अस्त भी होते हैं, लेकिन रविवार के दिन वैदिक ज्योतिष में सूर्य देव की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है। जिसका पालन लोग आदिकाल से ही करते आ रहे हैं। शास्त्रों में यह बताया गया है कि सूर्य देव वेदों की आत्मा कहलाते हैं। साथ ही यह नवग्रहों के राजा भी है और पंचदेव में इनका खास स्थान है। यह इकलौते ऐसे भगवान है, जिनके दर्शन प्रत्यक्ष रूप से होते हैं।

महत्व

रविवार के दिन अगर आप विधि-विधान पूर्वक सूर्य देव की पूजा-अर्चना करेंगे, तो आपको करियर सहित पारिवारिक जीवन में भी सफलता मिलेगी और जीवन खुशहाल पूर्वक बीतेगा। यदि कोईआपका दुश्मन है और आप उसे पर विजय प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपको आज के दिन स्नान करके अवश्य पूजा करना चाहिए। इससे आपके ऊपर आने वाली सारी विपत्ति खत्म हो सके।

ऐसे करें पूजा

  • सूर्य देव की पूजा करने के लिए आपको ब्रह्म मुहूर्त में उठ जाना चाहिए।
  • इसके बाद स्नान करके साफ वस्त्र धारण करें।
  • इस दिन कई लोग व्रत भी करते हैं, जिससे उन्हें मनोवांछित फल की प्राप्ति का आशीर्वाद मिलता है।
  • आप जल में रोली, अक्षत, मिश्री और लाल फूल डालकर भी भगवान सूर्य को अर्घ्य दे सकते हैं।
  • “ॐ सूर्याय नमः” या “ॐ आदित्याय नमः” मंत्र का जाप करें।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)