21 जून को रखा जाएगा योगिनी एकादशी का व्रत, करें तुलसी से जुड़े ये उपाय, मिलेगी शांति

वहीं, योगिनी एकादशी के व्रत को भी बेहद खास माना गया है, जो इस साल 21 जून को मनाई जा रही है। इस दिन भगवान विष्णु की विशेष पूजा अर्चना करने से अक्षय फलों की प्राप्ति होगी।

सनातन धर्म में एकादशी महत्वपूर्ण व्रत में से एक है, जिसे रखने से जातक के जीवन की सारी समस्याएं खत्म हो जाती है। इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। कुछ लोग पूरे दिन पीले वस्त्र धारण करके रखते हैं, जो कि बहुत ही शुभ माना जाता है। साल भर में 24 एकादशी के व्रत रखे जाते हैं, लेकिन अधिक मांस होने पर इसकी संख्या 26 हो जाती है। अक्सर सभी समस्याओं से छूटकारा पाने के लिए जातक इस व्रत को रखते हैं। एकादशी का व्रत हर महीने शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष को रखा जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने से हर क्षेत्र में सफलता मिलती है। इसके साथ ही भक्तों के पापों का अंत भी होता है। मान्यताओं के अनुसार, इस व्रत को करने से मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है।

वहीं, योगिनी एकादशी के व्रत को भी बेहद खास माना गया है, जो इस साल 21 जून को मनाई जा रही है। इस दिन भगवान विष्णु की विशेष पूजा अर्चना करने से अक्षय फलों की प्राप्ति होगी।

शुभ मुहूर्त

वैदिक पंचांग के अनुसार, आषाढ़ महीने के कृष्ण पक्ष की एकादशी 21 जून को सुबह 07 बजकर 18 मिनट पर शुरू होगी। जिसका समापन 22 जून को सुबह 04 बजकर 27 मिनट पर होगा। उदयातिथि के अनुसार, 21 जून को योगिनी एकादशी का व्रत रखा जाएगा।

करें ये उपाय

  • इस दिन सुबह उठकर भगवान विष्णु के साथ मां तुलसी की भी पूजा करें। उन्हें जल चढ़ाएं धूप दीपक जलाएं। साथ ही ओम नमः भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करें।
  • इस खास मौके पर भगवान विष्णु को भोग लगाते हुए उसमें तुलसी जल जरूर डालें, बिना तुलसी जल के भगवान विष्णु भोग को स्वीकार नहीं करते हैं।
  • आप चाहे तो इस दिन तुलसी की माला धारण कर सकते हैं या फिर पूजा के समय तुलसी की माला से जाप करें। इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होगी, साथ ही आध्यात्मिक शांति मिलेगी।
  • अगर संभव हो तो इस दिन शाम के समय तुलसी विवाह का आयोजन करें, जो कि बहुत ही पुण्य कार्य माना जाता है।

यहां जलाएं दीपक

  • ज्योतिष शास्त्र में बताए गए नियम के अनुसार, इस दिन तुलसी के पौधे के पास घी का दीपक जलाना चाहिए, जिससे जीवन में साबकारात्मकता आती है।
  • सारी बुरी शक्तियों का अंत हो जाता है, क्योंकि मां तुलसी भगवान विष्णु को अति प्रिय है, इसलिए एकादशी में तुलसी का पत्ता भोग के तौर पर अवश्य चढ़ाएं।
  • ज्योति शास्त्रों में बताए गए नियमों के अनुसार, एकादशी के दिन घर की मुख्य द्वार पर घी का दीपक जलाना चाहिए। जिससे घर से सारी नेगेटिविटी दूर होती है।
  • साथ ही देवी-देवताओं का घर में आगमन होता है। इसके अलावा, मां लक्ष्मी की कृपा भी सदैव बनी रहती है। जीवन में चल रही परेशानियां खत्म हो जाती हैं।
  • पूजा घर में एकादशी के दिन अवश्य ही घी का दीपक जलाना चाहिए। इस दिन भगवान विष्णु के सामने ऐसा करने से उनकी विशेष कृपा भक्त और उसके परिवार को मिलती है। इसके साथ ही घर में सदैव सुख और शांति का माहौल बना रहता है।
  • ज्योतिष शास्त्रों में रसोई घर को भी बड़ा महत्वपूर्ण माना गया है, जहां अन्न की देवी मां अन्नपूर्णा का वास होता है। ऐसे में एकादशी के दिन रसोई घर में दीपक जलाना बहुत ही शुभ माना जाता है। इससे कभी भी खानपान की कोई कमी नहीं होती।
  • इसके अलावा, आप एकादशी के दिन केले के पेड़ के नीचे दीपक जला सकते हैं, जिससे भगवान विष्णु का विशेष आशीर्वाद मिलेगा और घर की सारी दरिद्रता भी दूर होगी।

करें ये काम

  • इस दिन जातक को व्रत रखने के दौरान दूध, दही, फल, शरबत, साबूदाना, बादाम, नारियल, शकरकंद, आलू, मिर्च, सेंधा नमक, राजगीर का आटा, आदि का सेवन करना चाहिए।
  • पूजा के बाद साफ जल और साफ बर्तन में ही कुछ भी खाएं।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)


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Sanjucta Pandit

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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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