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Mon, Dec 8, 2025

MP : मंत्री प्रतिमा बागरी का भाई अनिल 46 किलो गांजे के साथ गिरफ्तार, बहनोई भी जुड़े एक अन्य मामले में जेल में बंद

Written by:Ankita Chourdia
मध्य प्रदेश की राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी के भाई अनिल बागरी को सतना पुलिस ने 46 किलो गांजे के साथ गिरफ्तार किया है। कुछ दिन पहले ही उनके बहनोई को भी यूपी में गांजा तस्करी के आरोप में जेल भेजा गया था, जिससे मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है।
MP : मंत्री प्रतिमा बागरी का भाई अनिल 46 किलो गांजे के साथ गिरफ्तार, बहनोई भी जुड़े एक अन्य मामले में जेल में बंद

सतना: मध्य प्रदेश की राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी के परिवार से जुड़े ड्रग्स तस्करी के मामले ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया है। सतना पुलिस ने मंत्री के भाई अनिल बागरी को उसके एक साथी के साथ 46 किलोग्राम गांजे की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया है। दोनों को अदालत में पेश करने के बाद सेंट्रल जेल भेज दिया गया है।

यह मामला इसलिए भी गंभीर हो गया है क्योंकि कुछ ही दिन पहले, 3 दिसंबर को, मंत्री के बहनोई शैलेंद्र सिंह उर्फ सिम्मू को भी उत्तर प्रदेश की बांदा पुलिस ने गांजा तस्करी के एक अन्य मामले में गिरफ्तार किया था। वह फिलहाल बांदा जेल में बंद है।

सतना में 46 किलो गांजे के साथ गिरफ्तारी

पुलिस के अनुसार, अनिल बागरी अपने साथी पंकज सिंह के साथ एक कार (एमएच 49 बीबी 9699) से गांजे की खेप ले जा रहा था। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने जाल बिछाकर उन्हें पकड़ा और तलाशी के दौरान कार से 46 किलो गांजा बरामद किया। इस कार्रवाई के बाद सतना में सियासी हलचल तेज हो गई है।

बहनोई यूपी में पहले ही हो चुका है गिरफ्तार

इस नेटवर्क की परतें तब खुलनी शुरू हुईं जब 3 दिसंबर को उत्तर प्रदेश के बांदा जिले की नरेनी थाना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई की थी। उस ऑपरेशन में पुलिस ने 10 किलो 400 ग्राम गांजे के साथ मंत्री के बहनोई शैलेंद्र सिंह समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया था। उनके पास से 315 बोर का तमंचा, कारतूस, एक कार और एक मोटरसाइकिल भी जब्त की गई थी। शैलेंद्र के साथ दीपक, बुद्धविलास, महिपत और अभिलाष को भी पकड़ा गया था।

विपक्ष ने लगाए राजनीतिक संरक्षण के आरोप

इन गिरफ्तारियों के बाद विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा है। रैगांव सीट से पूर्व विधायक कल्पना वर्मा ने आरोप लगाया है कि क्षेत्र में नशे के नेटवर्क को राजनीतिक संरक्षण मिल रहा है, जिसके कारण अवैध कारोबारी बेखौफ हैं।

“बांदा पुलिस द्वारा पकड़ा गया शैलेंद्र सिंह पहले भी सतना में नशीली कफ सिरप के साथ पकड़ा जा चुका है, लेकिन तब कोई ठोस कार्यवाही नहीं हो सकी थी।” — कल्पना वर्मा, पूर्व विधायक

उन्होंने कहा कि राजनीतिक दबाव के चलते पहले भी ऐसे मामलों में ढिलाई बरती गई। एक ही परिवार के दो सदस्यों की कुछ ही दिनों के अंतराल में मादक पदार्थों के साथ गिरफ्तारी कई गंभीर सवाल खड़े करती है। पुलिस अब इस पूरे नेटवर्क के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है।