सीहोर।अनुराग शर्मा।
पर्याप्त खाद होने के बाद भी बाजार में खाद की जमकर कालाबाजारी की जा रही है।वहीं अमानक उर्वरक व खाद-बीच को लेकर निजी व्यापारियों के खिलाफ जिला प्रशासन ने शुद्ध के लिए युद्ध अभियान छेड़ रखा है, लेकिन किसानों की समस्या व जद्दोजहद कम होने का नाम नहीं ले रही है। किसानों को यूरिया खाद के लिए लंबी-लंबी लाइनों में घंटों खड़ा रहना पड़ रहा है फिर भी पर्याप्त यूरिया खाद किसानों को नहीं मिल पा रहा है। सीहोर में आज मंडी िस्थत एम पी एग्रो केंद्र पर किसानों की कतारें लगना शुरू हो गई । इस दौरान केंद्र देर से खुलने के कारण हालात बिगड़ते ही कृषि उपसंचालक, नायब तहसीदार, टीआई सहित पुलिस ने मोर्चा संभाला , जिसके बाद किसानों को घंटो मशक्कत के बाद पर्याप्त खाद नहीं मिला।
किसानों ने बताया की इस समय सिंचाई के साथ फसल में यूरिया खाद की आवश्यकता है और हमको घंटों कभी-कभी पूरे दिन यहां यूरिया खाद के लिए लाइनों में खड़ा रहना पड़ रहा है जिससे हमारा कृषि कार्य प्रभावित हो रहा है अब हम यहां लाइन में खड़े रहे या अपना खेती कार्य करें।किसान सुबह से ही एग्रो केंद्र पहुंचे, जहां केंद्र खुलने से पहले ही किसानों की खाद लेने के लिए जद्दोजहद शुरू हो गई। जैसे ही किसानों ने खाद लेने की होड़ के चलते हंगामा शुरू हो गया तब पुलिस वह प्रशासन एवं कृषि विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और अपनी निगरानी में खाद का वितरण शुरू कराया। हालांकि किसानों को घंटो कतार में लगकर मशक्कत करना पड रही हैं।
कृषि उपसंचालक एसएस राजपूत ने बताया कि जिले में 40 लाख मिट्रिक टन यूरिया का लक्ष्य है, जिसके एवज में अभी तक 33 लाख मिट्रिक टन यूरिया आ चुका है, जो सोसायटियों व एग्रो केंद्र के माध्य से बांटा जा रहा है। इस बार गेहूं का रकबा बढ़ा है, जिसको देखते हुए और डिमांड भेजी जा रही है, वहीं जो किसान डिफाल्टर हो गए हैं, उनके किसानों को एग्रो केंद्र पर पर्याप्त खाद दिया जा रहा है। किसान घबराएं नहीं। आगामी समय में जरूरत के हिसाब से और यूरिया दिया जाएगा। एवं किसी तरह की कालाबाजारी रोकने के लिए निजी खाद व्यापारियों को तय दर पर खाद बेचने के निर्देश दिए गए हैं।
एस एस राजपूत, उपसंचालक कृषि,सीहोर