सीहोर। अनुराग शर्मा।
शहर के इंदौर नाका क्षेत्र में एक मकान पर पुताई का काम कर रहे दो मजदूर घर के ऊपर से निकली 33 केव्ही हाईटेंशन लाईन की चपेट में आ गए। इस हादसे में दोनों मजदूर गंभीर रूप से झुलस गए। प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को भोपाल रेफर किया गया है। जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
जानकारी के अनुसार थाना कोतवाली क्षेत्र के इंदौर नाका क्षेत्र निवासी महेश राय के मकान पर शनिवार की दोपहर अरुण पिता शिवचरण और मोनू नामक दो मजदूर पुताई का काम कर रहे थे। बताया जाता है कि मकान के नजदीक से हाईटेंशन लाइन गुजरी है। दोपहर में जब यह दोनों मकान की दीवार की पुताई कर रहे थे। तभी अचानक वह हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गए और बुरी तरह से झुलस कर जमीन जा गिरे। दोनों घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए जिला अस्पताल लाया गया। जहां से उन्हें भोपाल रेफर कर दिया गया है।
यहां पहले भी हो चुके हैं हादसे
शहर के इंदौर नाका स्थित बजरंग काॅलोनी में मकानों के ऊपर से हाईटेंशन लाईन गुजरी है। यहां के रहवासियों को हमेशा हादसे का भय बना रहता है। यहां हाई टेंशन लाईन की चपेट में आने से दो लोगों की पहले मौत हो चुकी है। कुछ दिन पहले ही एक 13 वर्षीय मासूम बालक हाईटेंशन लाइन की चपेट में आकर गंभीर रूप से झुलस चुका है।
लाइन शिफिटंग के मांगते है पांच लाख रुपए
बजरंग काॅलोनी के रहवासियों ने बताया कि कई मकानों के ऊपर से गुजरी हाईटेंशन लाईन को हटाने के लिए उन्होंने विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों से गुहार लगाई है। लेकिन उनके द्वारा लाईन को हटाने की एवज में पांच लाख रुपए की मांग की जाती रही है। इस काॅलोनी में ज्यादातर निम्न व मध्यमवर्गीय परिवार निवास करते हैं। जो हाईटेंशन लाईन को हटाने के एवज में पांच लाख रुपए अदा कर पाने में असमर्थ हैं। रहवासियों का कहना था कि उन्होंने इस संबंध में जिला प्रशासन के अलावा मुख्यमंत्री हेल्पलाईन में भी शिकायत की थी। लेकिन उसका कोई नतीजा नहीं निकला है।