शिवपुरी: जिला अस्पताल से बुधवार तड़के चोरी हुई एक दिन की नवजात बच्ची को पुलिस ने सागर से सकुशल बरामद कर लिया है। इस हाई-प्रोफाइल मामले में पुलिस ने 200 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की मदद से आरोपी महिला को सागर बस स्टैंड से गिरफ्तार किया। बच्ची को चोरी करने वाली महिला पर 30 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था।
पुलिस की इस कार्रवाई से आदिवासी परिवार की खुशी लौट आई है। फिलहाल बच्ची स्वस्थ है और उसे मेडिकल निगरानी में रखा गया है।
ऐसे दिया था वारदात को अंजाम
जानकारी के अनुसार, शिवपुरी के बामौरकलां निवासी रोशनी आदिवासी (23) ने 27-28 अक्टूबर की दरमियानी रात जिला अस्पताल में एक बच्ची को जन्म दिया था। प्रसूता की हालत गंभीर होने के कारण उसे मेटरनिटी विंग के हाई डिपेंडेंसी यूनिट (HDU) में भर्ती किया गया था। बुधवार सुबह एक महिला मौका देखकर बच्ची को चुराकर फरार हो गई। यह पूरी घटना अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई थी।
तीन जिलों की पुलिस का संयुक्त ऑपरेशन
मामले की गंभीरता को देखते हुए आईजी ने आरोपी महिला पर 30 हजार रुपये का इनाम घोषित किया और पुलिस की कई टीमें जांच में जुट गईं। पुलिस ने सबसे पहले अस्पताल और शहर के सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू किया।
फुटेज के आधार पर महिला की लोकेशन पहले उत्तर प्रदेश के झांसी में मिली। इसके बाद पता चला कि वह बस में बैठकर सागर की ओर रवाना हुई है। शिवपुरी पुलिस ने तुरंत झांसी और सागर पुलिस से संपर्क साधा। तीनों जिलों की पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन के बाद आरोपी महिला, जिसकी पहचान शारदा आदिवासी के रूप में हुई है, उसे सागर बस स्टैंड पर घेराबंदी कर पकड़ लिया गया।
“अस्पताल से बच्ची चोरी के मामले में हमने आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया है। बच्ची को हासिल करने के लिए पुलिस ने अलग-अलग टीमें बनाई थीं और करीब 200 सीसीटीवी फुटेज देखे गए। सागर पुलिस के सहयोग से महिला को बस स्टैंड से गिरफ्तार करने में कामयाबी मिली है।” — पुलिस अधिकारी, शिवपुरी
बरामद बच्ची को सागर के जिला अस्पताल में स्वास्थ्य जांच के लिए भर्ती कराया गया है। वहीं, आरोपी महिला शारदा आदिवासी को शिवपुरी लाया जा रहा है, जहां उससे इस घटना के पीछे के मकसद को लेकर विस्तृत पूछताछ की जाएगी।





