भोपाल/सिंगरौली। बचपन से ही अफसर बनने की चाहत थी, नहीं बन पाया तो ऐसे-ऐसे कारनामे करने लगा जिसे जानकार पुलिस भी हैरान है| मध्य प्रदेश के सिंगरौली में पुलिस ने ऐसे शख्स को पकड़ा है, जो नकली क्राइम ब्रांच अफसर बनकर लोगों को ठगता था और वसूली करता था, पुलिस ने जाल बिछा कर नकली अफसर को धर लिया, जिसके पास से बैग में पुलिस की वर्दी, नेम प्लेट एवं वर्दी बरामद हुई है। आरोपी ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि वो बचपन से पुलिस अफसर बनना चाहता था|
जानकारी के मुताबिक पुलिस की वर्दी पहनकर लोगों को डरा धमका कर पैसे वसूली करने वाले नकली एसपी को सिंगरौली पुलिस ने बरगवां रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। बताया गया है कि धमकी देने के मामले में आरोपी पूर्व में सतना व नरसिंहपुर जिले में जेल जा चुका है। पूछताछ में नकली अफसर ने बताया कि उसका बचपन से आईपीएस बनने का शौक था। जब वह असली ऑफिसर नहीं बन पाया तो फर्जी अफसर बनकर ठगी करने लगा, उसने पुलिस की वर्दी-बैच, टोपी, बेल्ट आदि खरीदा और क्राइम ब्रांच ऑफिसर बनकर वसूली शुरू कर दी। वसूली के लिए पहले लोगों का वह भांप लेता था फिर केस लगाकर बंद करने की धमकी देता था।
ऐसे आया पकड़ में
पुलिस ने बताया कि, गत 13 मई को फरियादी राम नरेश शाह ने कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई कि सूरज धुर्वे नाम का शख्स खुद को क्राइम ब्रांच का अफसर बता कर पैसों की मांग कर रहा था, उसने बकायदा वर्दी पहन रखी है और उसकी वर्दी पर सूरज धुर्वे नाम का नेमप्लेट भी लगा है। फरियादी के अनुसार उसे पूरा विश्वास है कि वह कोई अधिकृत पुलिस अफसर नही है। फर्जी पुलिस अफसर की सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आई और शातिर फर्जी पुलिस अफसर को बरगवां रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया। तलाशी लेने पर उसके पास से पुलिस की वर्दी नेमप्लेट बरामद हुई। पूछताछ के दौरान वो बार-बार पुलिस को गलत नाम बता रहा था। जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ कि तो उसकी पहचान भगवान दास पनिका पुत्र रामलाल के रुप में हुई।
आदतन अपराधी, कई बार जा चुका जेल
गिरफ्तार नकली अफसर आदतन अपराधी है और फर्जी अफसर बनकर लंबे समय से वसूली का काम कर रहा है। जबलपुर, सतना, नरसिंहपुर में फर्जी पुलिस अफसर बन वसूली करते दबोचा भी गया। वो ऐसे मामलों में कई बार जेल भी जा चुका है। 2018 में एक महिला और ड्राइवर के साथ मिलकर वसूली के आरोप में नरसिंहपुर पुलिस ने इसे जेल भेजा था, जो तकरीबन 8 माह की सजा काटने के बाद रिहा हुआ और सिंगरौली जिले में ऐसी वारदातों को अंजाम देने लगा।