नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। इंडियन क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं और अब उन्हें आईपीएल में चौके छक्के लगाते देखा जाता है। आईपीएल के अलावा वो मैदान में नजर नहीं आते हैं। सोशल मीडिया पर धोनी कम एक्टिव रहते हैं लेकिन उनके फैंस हमेशा ही उन्हें चर्चा में बनाए रखते हैं। एक बार फिर से धोनी सोशल मीडिया पर छाए हुए हैं।
महेंद्र सिंह धोनी हाल ही में अपने नाम पर बनाए गए एक स्कूल में पहुंचे। यहां उन्होंने अपने बचपन के दिनों को याद करते हुए कुछ किस्से भी शेयर किए। चेन्नई सुपर किंग्स ने अपने टि्वटर अकाउंट से धोनी का एक वीडियो शेयर किया है जिसमें वह स्कूली बच्चों के सवालों का जवाब देते दिखाई दे रहे हैं। यहां पर बच्चों के सवालों का जवाब देने के साथ उन्होंने अपने एक्सपीरियंस के बारे में भी बच्चों से जानकारी साझा की।
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एक छोटी बच्ची ने इस दौरान महेंद्र सिंह धोनी से एक ऐसा सवाल पूछ लिया जिसे सुनकर धोनी खुद भी हंस पड़े। बच्ची ने धोनी से पूछा कि जब वो स्कूल में पढ़ते थे तब उनका फेवरेट सब्जेक्ट कौन सा था। पहले तो धोनी मुस्कुराते हुए नजर आए इसके बाद उन्होंने बच्ची से पूछा कि क्या स्पोर्ट्स को सब्जेक्ट मान सकते हैं क्योंकि मैं एक एवरेज स्टूडेंट रहा हूं। धोनी ने कहा कि मैं 7 साल की उम्र से क्रिकेट खेल रहा हूं मैं क्लास में काम रहता था। अपने दसवी और बारहवीं के अंकों के बारे में बताते हुए धोनी ने कहा कि 10वीं में मुझे 66 परसेंट और 12वीं में 56 परसेंट मिले थे।
इस दौरान अपने पिता से जुड़ा किस्सा शेयर करते हुए महेंद्र सिंह धोनी ने बताया कि उनके पिता को बिल्कुल भी भरोसा नहीं था कि वह दसवीं पास कर लेंगे। उन्होंने कहा कि पिता को लगता था वह दसवीं पास नहीं कर पाएंगे लेकिन उन्होंने कर ली थी इसलिए वह बहुत ज्यादा खुश थे।
Even Thala’s favourite period is PT! 😉#WhistlePodu #Yellove 🦁💛 @msdhoni pic.twitter.com/t4MInuQhxu
— Chennai Super Kings (@ChennaiIPL) October 13, 2022
एमएस धोनी ने यहां पर यह भी कहा कि स्कूल का समय जिंदगी का सबसे अच्छा वक्त होता है। वो ये कहते दिखाई दिए कि जब भी मैं किसी स्कूल के प्रोग्राम में जाता हूं तो ऐसा लगता है कि टाइम मशीन के जरिए अपने स्कूल के दिनों में पहुंच गया हूं। जिंदगी का सबसे अच्छा वक्त स्कूल का टाइम रहा। पढ़ाई और खेल के साथ स्कूल में हम जो वक्त बिताते हैं वह कभी वापस नहीं आता बस हमारे पास यादें रह जाती हैं। स्कूल में जो दोस्त हम बनाते हैं वो जिंदगी भर हमारे साथ होते हैं।