अफगानिस्तान ने पाकिस्तान को हराकर विश्व कप में दर्ज की तीसरी जीत, 2015 विश्व कप में जीता था पहला मैच

Shashank Baranwal
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Afghanistan World Cup

Afghanistan World Cup: विश्व कप 2023 के 22 वें मुकाबले में अफगानिस्तान की टीम ने पाकिस्तान को 8 विकेटों से हरा दिया है। चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में खेले जा रहे मैच में पाकिस्तान की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 7 विकेट खोकर 282 रन बनाए थे। जिसे अफगानिस्तान की टीम ने 6 गेंद रहते ही जीत लिया।

इब्राहिम जारदान ने बनाए सबसे ज्यादा रन

282 रनों का लक्ष्य पूरा करने उतरी अफगानिस्तान की टीम ने 49 ओवर में 2 विकेट खोकर 286 रन बनाए। इस मैच में अफगानिस्तान की तरफ से सबसे ज्यादा इब्राहिम जारदान ने 113 गेंदों मे 10 चौकों की मदद से 87 रन बनाया। वहीं दूसरे नंबर पर रहमानुल्लाह गुरबाज ने 53 गेंदो में 9 चौको और 1 छक्के की मदद से 65 रन बनाया।

अफगानिस्तान की विश्व कप में तीसरी जीत

आपको बता दें अफगानिस्तान की विश्व कप में यह तीसरी जीत है। इससे पहले अफगानिस्तान ने इसी विश्व कप में 15 अक्टूबर को इंग्लैंड को 69 रनों से हराकर दूसरी जीत अपने नाम दर्ज की थी। अफगानिस्तान की टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ विश्व कप 2023 के 13 वें मुकाबले में 284 रन बनाई थी। इस मैच में इंग्लैंड की टीम 40.3 ओवर में 215 रनों पर ऑलआउट हो गई थी।

2015 विश्व कप में जीता था पहला मैच

2015 में विश्व कप में अफगानिस्तान की टीम ने स्कॉटलैंड को हराकर विश्व कप में अपनी पहली जीत दर्ज की थी। इस मैच में अफगानिस्तान की टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया था। पहले बल्लेबाजी करते हुए स्कॉटलैंड की टीम ने अफगानिस्तान के सामने 210 रनों का लक्ष्य रखा था। जिसका पीछा करने उतरी अफगानिस्तान की टीम ने 29.3 में ही मैच जीतकर विश्व कप में पहली जीत दर्ज की थी। वहीं

 


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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