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Sun, Dec 21, 2025

क्रिकेट के इतिहास में अब तक नहीं टूट पाया ये अद्भुत रिकॉर्ड, इन दो बल्लेबाजों ने खेली की इतनी बड़ी पारी

Written by:Rishabh Namdev
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टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में कई शानदार रिकॉर्ड दर्ज हैं, लेकिन साल 2006 में श्रीलंका के महेला जयवर्धने और कुमार संगाकारा ने जो कमाल किया, वो आज तक कोई नहीं दोहरा सका। दरअसल साउथ अफ्रीका के खिलाफ इन दोनों दिग्गजों ने 624 रन की रिकॉर्ड पार्टनरशिप की थी।
क्रिकेट के इतिहास में अब तक नहीं टूट पाया ये अद्भुत रिकॉर्ड, इन दो बल्लेबाजों ने खेली की इतनी बड़ी पारी

टेस्ट क्रिकेट में जब साझेदारी की बात आती है, तो सबसे पहले ज़िक्र होता है श्रीलंका के महेला जयवर्धने और कुमार संगाकारा की पार्टनरशिप का। दरअसल साल 2006 में कोलंबो में हुए इस मुकाबले में दोनों ने ऐसा खेल दिखाया, जिसे आज भी याद किया जाता है। दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सिर्फ 169 रन बनाए। जवाब में श्रीलंका की शुरुआत लड़खड़ाई, लेकिन उसके बाद बल्लेबाजी में जो तूफान आया, उसने इतिहास रच दिया। संगाकारा और जयवर्धने ने 624 रन की साझेदारी कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया।

महेला जयवर्धने और कुमार संगाकारा की यह रिकॉर्ड साझेदारी क्रिकेट की उन कहानियों में से एक है, जिसे हर एक फैंस याद रखता है। चलिए आज इस खबर में हम आपको इस रिकॉर्ड के बारे में पूरी जानकारी देंगे। कैसे इन दोनों बल्लेबाजों ने क्रिकेट में एक ऐसा रिकॉर्ड बना दिया जिसे तोड़ पाना बेहद मुश्किल नजर आता है।

टेस्ट क्रिकेट की सबसे बड़ी पार्टनरशिप

दरअसल दूसरे दिन का सूरज जब निकला तो मैदान पर संगाकारा और जयवर्धने पहले से डटे हुए थे। अफ्रीकी गेंदबाज़ हर ब्रेक के बाद नई रणनीति के साथ लौटे लेकिन दोनों श्रीलंकाई बल्लेबाज़ों ने उन्हें कोई मौका नहीं दिया। पहले दिन के शतक को उन्होंने दूसरे दिन डबल सेंचुरी में बदल दिया। गेंदबाज़ थक गए लेकिन दोनों बल्लेबाज़ों का बल्ला रुकने का नाम नहीं ले रहा था। तीसरे दिन संगाकारा 287 रन बनाकर आउट हुए लेकिन जयवर्धने की पारी और आगे निकली। उन्होंने 374 रनों की ऐतिहासिक पारी खेली और टेस्ट इतिहास में चौथी सबसे बड़ी व्यक्तिगत पारी बना दी। 624 रन की यह पार्टनरशिप आज भी टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ी साझेदारी है। इस रिकॉर्ड को चुनौती देना तो दूर, उसके पास तक भी कोई नहीं पहुंचा है। इस दौरान दोनों ने मिलकर 78 चौके लगाए और एक छक्का भी जड़ा।

क्या 100 साल तक भी अमर रहेगा यह रिकॉर्ड?

हालांकि क्रिकेट में आज के दौर में खिलाड़ी आक्रामक बल्लेबाजी करते हैं, लेकिन लंबी साझेदारियों के लिए धैर्य, एकाग्रता और फिटनेस की ज़रूरत होती है। टी20 और वनडे के तेज़ फॉर्मेट्स के बीच टेस्ट क्रिकेट में इतना लंबा टिके रहना अब बहुत ही मुश्किल होता जा रहा है। दरअसल आज के समय में जहां बल्लेबाज़ 150-200 रन बनाकर ही थक जाते हैं, वहां 624 रन की पार्टनरशिप बनाना लगभग नामुमकिन लगता है। यही वजह है कि पिछले 19 सालों से इस रिकॉर्ड को कोई तोड़ नहीं पाया है। ऐसे में क्या आगे कोई बल्लेबाज यह रिकॉर्ड तोड़ने में कामयाब हो पाएगा?